अंतिम खेत तक पानी पहॅुंचाना योगी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता-धर्मपाल सिंह

लखनऊ 27 नवम्बर, अंतिम खेत तक पानी पहॅुंचाना योगी सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसको सफल बनाना सिंचाई विभाग की नैतिक जिम्मेदारी है। यह निदेशात्मक उदगार मा0 सिंचाई मंत्री श्री धर्मपाल सिंह ने आज परिकल्प भवन स्थित वीडियो काॅन्फे्रसिंग कक्ष में विभिन्न संगठनों के मुख्य अभियन्ताओं से नहरों की सिल्ट सफाई  एवं सड़कों को गडडा मुक्त किए जाने के संबंध में कराये जा रहे कार्यों की वीडियों काॅन्फ्रेसिंग के माध्यम से अध्यतन प्रगति की समीक्षा के दौरान विभागीय अधिकारियों से व्यक्त किए। सिंचाई मंत्री ने कहा की उन्होंने अपने भ्रमण के दौरान किसानों ने उन्हें बताया हैै, कि ऐसे नहरें जिनमें लगभग 20 साल से पानी नहीं आ रहा था। योगी सरकार के प्रयासों से उन नहरांे में पानी आया है, इसके लिए उन्होंने मुख्य मंत्री जी को धन्यवाद भी ज्ञापित किया है। श्री सिंह ने कहा कि सिल्ट सफाई का कार्य गत वर्ष की तुलना में अपेक्षाकृत अच्छा है, लेकिन इसे और बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों को क्षेत्र में भ्रमण कर सिल्ट सफाई के कार्यों को पूर्ण मनोयोग से सम्पादित कराना होगा । श्री सिंह ने अधिकारियों से अपेक्षा की वे स्थानीय जन प्रतिनिधियों से लगातार संपर्क स्थापित करें और उनको आमंत्रित कर सिल्ट सफाई का कार्य शुभारम्भ करायें।
अद्यतन समीक्षा के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि बेतवा संगठन झांसी में अपना कार्य सतप्रतिशत पूर्ण कर लिया है। इसी तरह अन्य संगठनों का कार्य लगभग 60 प्रतिषत से ऊपर हो गया है। सिंचाई मंत्री ने निर्देषित किया कि हर दशा में 15.12.2018 से पूर्व इसे समाप्त करें तथा किए गए कार्य का सत्यापन हेतु शासन एवं विभागाध्यक्ष स्तर से अधिकारियों की टीमें भेजी जायें।
समीक्षा के दौरान राष्ट्रीय सिंचाई परियोजना की प्रगति पर भी चर्चा की गई इस क्रम में बंुदेलखण्ड की अर्जुनसहायक परियोजना को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। वीडियों काॅन्फ्रेसिंग के दौरान मुख्य अभियन्ता सरयू ने बताया कि सरयू नहर परियोजना के 1100 गैप्स में से 830 कवर कर लिए गए हैं। सिंचाई मंत्री ने निर्देशित किया कि अवषेष गैपों को शीघ्र पूरा किया जाये। समीक्षा के दौरान यह तथ्य भी प्रकाश में आया कि इस योजना से 12 जिलों के 48 लाख हेक्टेयर को सिंचित किया जा सकेगा। इसके साथ ही बाढ़ के पानी को भी प्रत्यावर्तित करके सिंचाई के कार्य में लिया जायेगा। मध्य गंगा परियोजना को भी समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए गए। सिंचाई मंत्री ने बताया कि यह परियोजना के पूर्ण होते ही जहां सिंचिन क्षमता में वृद्वि होगी वहीं सूख रही आरिल नदी को भी पर्याप्त मात्रा में नया जीवन मिलेगा।
परिकल्प भवन में ही बाढ़ प्रबंधन सूचना प्रणाली कक्ष में विश्व बैंक पोषित यू0पी0डब्ल्यू0एस0आर0पी0 परियोजना के द्वितीय चरण की बाढ़ सूचना कार्यक्रम के विश्व बैंक के परामर्शी डाॅ0 एस0टी0 चारी ने भी सिंचाई मंत्री से भेंट कर कार्यक्रम की अद्यतन प्रगति से अवगत कराया। विष्व बैंक परामर्शी के अनुसार यह कार्यक्रम भारी वर्षा एवं बाढ़ के संबंध में नदियों के जल स्तर की सूचना/ चेतावनी देगा। जिससे तट बंधो आदि की समय से सुरक्षा की जा सकेगी। सिंचाई मंत्री ने विश्व बैंक दल से अपेक्षा की कि वे ऐसी कार्य योजना बनाये जिससे की बाढ़ के पानी का उपयोग सिंचाई में किया जा सके।
वीडियों काॅन्फ्रेसिंग में उपस्थित सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव टी वेंकटेश ने भी अधिकारियों को सख्त निर्देष दिए कि वे सिंचाई मंत्री द्वारा आदेशा का पूर्ण रूप से पालन करें तथा सिल्ट सफाई और गडडा मुक्त सड़कों के कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर पूर्ण करें। आपने कहा कि वे भी शीघ्र ही क्षेत्र का भ्रमण करके प्रगति का जायजा लेंगे। प्रमुख अभियन्ता/ विभागाध्यक्ष वी0के0 राठी ने सिंचाई मंत्री को आश्वास्थ किया कि सिंचाई विभाग के सभी अधिकारी मा0 सिंचाई मंत्री के मार्ग दर्शन में सिंचाई विभाग की योजनाओं को सफल बनाने में पूरा योगदान देंगे।
इससे पूर्व सिंचाई मंत्री ने परिकल्प भवन स्थित बाढ़ प्रबंधन सूचना प्रणाली सहित विभिन्न प्रभागों का निरीक्षण भी किया तथा कार्यालय में अभिलेखों के उचित रख रखाव, संदर्भ पुस्ताकालय एवं संदर्भ पुस्ताकलयों को और उपयोगी बनाने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

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