प्रदेश में विलुप्त हो रहीं नदियों के पुनर्जीवीकरण हेतु केन्द्र सरकार करेगी पूरी मदद- धर्मपाल सिंह

लखनऊ: 03 जनवरी, 2019 गत दिवस सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने केन्द्रीय जल संसाधन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। मुलाकात करने के पश्चात उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में विलुप्त हो रही नदियों के पुनर्जीवीकरण हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने गंभीर पहल करते हुये प्रमुख सचिव सिंचाइ्र की अध्यक्षता में नदी संरक्षण एवं पुनर्जीवीकरण सेल का गठन किया है। उन्होंने बताया कि उ0प्र0 में आठ विलुप्त नदियां गोमती नदी, अरिल नदी, सोत नदी, सई नदी, तमसा नदी, मनोरमा नदी, आमी नदी व वरूणा नदी सम्मिलित हैं। गोमती नदी का उद्गम स्थल जनपद पीलीभीत, अरिल (संभल), सोत (बदायूं के समीप), सई (हरदोई, प्रतापगढ़), तमसा (अयोध्या), मनोरमा (बस्ती), आमी (गोरखपुर) तथा वरूणा (वाराणसी), शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि गोमती नदी जो कि पीलीभीत से निकलती है, लखनऊ-जौनपुर के मध्य जनताके सहयोग से 50 किमी खुदाई कराई गयी है, जिसके फलस्वरूप अविरल एवं निर्मल जल प्रवाहित हो रहा है। इसी तर्ज पर दूसरी चिन्हित नदियों के पुनर्जीवीकरण का कार्य शुरू हो गया हैं केन्द्रीय जल संसाधन मंत्री नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया है कि इसमें केन्द्र सरकार पूरा सहयोग करेगी।
इसके अतिरिक्त लखनऊ-दिल्ली राजमार्ग से बरेली बाईपास जिसकी लम्बाइ्र 110 किमी है, के निर्माण के लिये केन्द्रीय जल संसाधन, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के द्वारा अनुमति प्रदान कर दी गयी हैं उक्त बाईपास जनपद बरेली के सिमरा, चैबारी, ममौरा, आंवला व जनपद रामपुर के शाहाबाद तथा जनपद मुरादाबाद के बिलारी से होकर गुजरेगा। मंत्री जी ने बताया कि केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आश्वस्त किया है कि उक्त बाईपास के निर्माण के लिये नेशनल धनराशि शीघ्र जारी कर दी जायेगी।

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