सहकारिता के माध्यम से गाॅव,गरीब,किसान का विकास प्रभावी ढंग से किया जा सकता है-पुरुषोत्तम रुपाला

लखनऊ: दिनांक 20 नवम्बर, भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण और पंचायती राज राज्यमंत्री श्री परशोत्तम रूपाला ने कहा कि सहकारिता के माध्यम से गाॅव, गरीब, किसान का विकास प्रभावी ढंग से किया जा सकता है। देश के विकास में को-आपरेटिव क्षेत्र का नेतृत्व सराहनीय है। उन्होंने कहा कि गाॅेधी जी का मानना था कि सहकारिता आन्दोलन की सफलता का मापदण्ड सहकारी समितियों की संख्या नही, अपितु सहकारी कार्यकर्ताओं की नैतिकता होनी चाहिए। गाॅधी जी के इस विचार को आज चरितार्थ करने की आवश्यकता है। श्री रुपाला ने उत्तर प्रदेश राज्य को मजबूत करने के लिए हर सम्भव मदद दिए जाने का आश्वासन दिया है।
      यह बाते श्री रूपाला आज यहाॅं सहकारिता भवन के चैधरी चरण सिंह सभागार, में ‘‘स्किल एण्ड टेक्नालाजी अपग्रेडेशन थू्र कोआपरेटिव्स’’ विषय पर उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 द्वारा आयोजित गोष्ठी का शुभारम्भ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज यहाॅं सहकारिता के विकास के लिए प्रमुख सचिव सहकारिता श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी व अपर निबन्धक सहकारिता द्वारा सहकारिता के विकास मे आ रही समस्यायंे एवं सुझाव दिये गये है उन पर विचार किया जायेगा और सहकारिता के विकास हेतु हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। उन्होने कहा कि किसानो की आय को वर्ष 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य प्रधानमंत्री जी द्वारा निर्धारित किया गया है जिसको ध्यान में रखते हुए किसानो की आय दोगुनी करने हेतु सरकार द्वारा विभिन्न योजनाये संचालित की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि लौह पुरूष सरकार वल्लभ भाई पटेल जी की 182 मीटर की प्रतिमा प्रधानमंत्री जी द्वारा गुजरात में नरमदा तट पर लगायी गयी है जिसके  दर्शन के लिए मै आप सब को आमंत्रित करता हूॅ।
        इस अवसर पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बडा प्रदेश है। उत्तर प्रदेश में सहकारिता से हर गाॅव के लोग जुडे है। सहकारिता निरन्तर प्रगति की ओर अग्रसर है। कृषक ही हमारे अन्नदाता हंै, कृषकों के उत्थान एवं कल्याण हेतु सरकार हर सम्भव मदद कर रही है। वर्तमान सरकार कृषि को बेहतर बनाने के हर सम्भव प्रयास कर रही है जिससे निश्चित ही कृषकों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
     श्री वर्मा ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा दी जा रही सहकारी सुविधाओं का परिणाम है कि सहकारिता आन्दोलन को प्रदेशव्यापी आन्दोलन बन गया है, जिससे प्रदेश आर्थिक सम्पन्नता की ओर अग्रसर होे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सहकारी समितियों की वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है।
      इस अवसर पर सहकारिता राज्य मंत्री श्री उपेन्द्र तिवारी ने कहा कि विश्व भर में सहकारिता की अहम भूमिका रही है सहकारिता विभाग गाॅव, गरीब, किसान की सेवा करने का अच्छा माध्यम है। उन्होने कहा कि लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल व पूर्व प्रधानमंत्री स्व0 अटल बिहारी बाजपेई के सपनो को पूरा करने का काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया जा रहा है। उन्होने कहा कि सहकारिता विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं को जन-जन तक पहुचाये जाने का काम किया जाये। उन्होने यह भी कहा कि अन्तिम पायदान पर खडे व्यक्ति का विकास हमारी सरकार द्वारा किया जा रहा है।
     सदस्य विधान परिषद श्री विद्यासागर सोनकर ने कहा कि सहकारिता आन्दोलन में मिलकर सभी लोगांे को काम करना चाहिए, एकता में सबसे अधिक ताकत होती है। उन्होंने कहा कि 1904 में सहकारिता संगठन शुरू हुआ था। पूरे देश में लगभग पाॅच लाख सहकारी समितियाॅं है। सहकारिता आन्दोलन का तेजी से विकास हो रहा है।
     प्रमुख सचिव सहकारिता/आयुक्त एवं निबन्धक सहकारिता श्री एम0वी0एस0 रामी रेड्डी ने कृषि एवं किसान कल्याण और पंचायतीराज राज्यमंत्री भारत सरकार श्री परशोत्तम रूपाला को सहकारिता विभाग के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्हांेने सहकारिता विभाग से तहत सहकारी समितियों के विकास के बारे में भी अवगत कराया कि भारत सरकार की येाजन के अनुसार प्रदेश की 7640 पैक्स का कम्प्यूटराइजेशन आगामी तीन वर्षो में किया जाना है जिसकी कुल लागत 202.20 करोड़ रुपये प्रस्तावित है । प्रथम चरण वर्ष 2019-20 में 2580 पैक्स के कम्प्यूटराईजेशन हेतु 77.40 करोड़ रुपये की आवश्यकता है, जिसमें केन्द्र सरकार का अंशदान  46.44 करोड रुपये तथा राज्य सरकार का अंशदान 30.96 करोड़ रूपये है। राज्य सरकार द्वारा अपने अशंदान का प्राविधान बजट में कर दिया गया है । केन्द्र सरकार का अशंदान 46.44 करोड रुपये की सहायता तत्काल वांछित है। अवशेष धनराशि नियमानुसार आगामी वर्षो में प्रदत्त किया जाये। उन्होंने विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से कहा कि विभागीय योजनओं एवं कार्यक्रमों को गति देने में अपना अमूल्य योगदान दे। श्री रेड्डी ने सहकारिता के द्वारा ही उत्तम उत्पादन एवं विपणन, प्रसंस्करण एवं भण्डारण के क्षेत्र में अपना उत्कृष्टतम प्रदर्शन परिलक्षित करने के लिए कार्य प्रणाली में सुशासन, नेतृत्व तथा सुधारों को लागू किये जाने पर बल दिया।
       उ0प्र0 राज्य निर्माण सहकारी संघ लि0 के प्रबंधक निदेशक श्री धीरेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्तमान में संस्था द्वारा कुल 30 शासकीय विभागों के कार्य कराये जा रहे हंै। संस्था के पास पर्याप्त तकनीकी स्टाफ है। संस्था निरन्तर लाभ पर है इस संस्था पर कोई सरकारी एवं गैर सरकारी ऋ़ण नहीं है। उन्होने बताया कि वर्तमान में संस्था द्वारा 34 प्रखण्डों के माध्यम से प्रदेश के विभिन्न मण्डलों एवं जनपदों में उच्च गुणवत्ता एवं समयबद्धता से निर्माण कार्य कराये जा रहे है। उन्हांेने बताया कि 600 करोड रूपये के शासकीय विभागों के निर्माण कार्य प्राप्त हुए है।
           इस अवसर पर अपर निबन्धक एवं अपर आयुक्त श्री हीरालाल, पी0सी0यू0 के सभापति श्री उमाशंकर कुशवाहा, प्रबन्ध निदेशक पी0सी0यू0 श्री मनोज कुमार द्विवेदी, श्री वीरेन्द्र कुमार तिवारी सभापति सी.एल.डी.एफ., यू0पी0को-आपरेटिव बैंक लि0 के एम0डी0 श्री भूपेन्द्र कुमार, उ0प्र0सहकारी ग्राम विकास बैंक लि0 के एम0डी0 श्री के0पी0सिंह, एम0डी0 श्रीकान्त गोस्वामी एवं विभाग के अपर निबन्धक तथा वरिष्ठ अधिकारी व कर्मचारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में आये सभी अतिथियों के प्रति पी0सी0यू0 के सभापति श्री उमाशंकर कुशवाहा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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