साप्ताहिक व पाक्षिक समीक्षा के आधार पर होगी जनपद की रैंकिंग-प्रशान्त त्रिवेदी

लखनऊ:16 नवम्बर, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रशांत त्रिवेदी ने कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिये आई0एस0ए0 (इम्प्लीमेन्टेशन सपोर्ट एजेंसी) एवं डी0आई0यू0 (डिस्ट्रिक्ट इम्प्लीमेन्टेशन यूनिट) के साथ समन्वय स्थापित कर नियमित योजना की समीक्षा की जाय। उन्होंने समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिये कि निजी चिकित्सालयों के इम्पैनलमेन्ट सम्बन्धी प्रकरण एक माह से अधिक लम्बित न रहंे तथा उनका शीघ्र निस्तारण सुनिश्चित किया जाय।
श्री त्रिवेदी आज योजना भवन में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियांे को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा इस योजना के तहत प्रदेश स्तर पर 10 लाख नये लाभार्थियों को जोड़े जाने का निर्णय लिया गया है, जिसका खर्च राज्य सरकार द्वारा स्वयं वहन किया जायेगा। प्रमुख सचिव ने मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को इन नये लाभार्थियों का शीघ्रातिशीघ्र डाटा फीड किये जाने के भी निर्देश दिये।
प्रमुख सचिव ने कहा कि इस योजना की समीक्षा हेतु होने वाली साप्ताहिक व पाक्षिक बैठक में जनपदों के प्रदर्शन के आधार पर उनकी रैंक का निर्धारण किया जायेगा। बेहतर रैंक पाने के लिये जिलों द्वारा अधिक से अधिक लाभार्थियों को इस योजना के तहत लाभान्वित करना होगा। साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि चिकित्सालय में इस प्रकार के इंतजाम सुनिश्चित किये जायें कि आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो। इसके अतिरिक्त उन्होंने नये सूचीबद्ध चिकित्सालयों में केयास्क की स्थापना, हार्डवेयर इन्स्टालेशन एवं नियुक्त आरोग्य मित्रों का प्रशिक्षण सुनिश्चित किये जाने के भी निर्देश दिये।

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