योजनाओं के प्रचार हेतु 30 जागरूकता रथ को किया रवाना

पटना, 21 फरवरी। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के प्रचार-प्रसार हेतु राज्य स्वास्थ्य समिति के प्रांगण से 30 जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यूनिसेफ के सहयेाग से यह रथ पूरे राज्य में आम जनों के बीच योजनाओं का प्रचार-प्रचार करेगा। इस अवसर पर श्री पांडेय ने कहा कि बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ एवं बच्चियों के संवर्द्धन के लिए सरकार स्वास्थ्य षिक्षा एवं समाज कल्याण विभाग के माध्यम से कई तरह की योजनाएं चला रही हैं, जिससे बच्चों और बच्चियों में फर्क मिट सके। आज हर क्षेत्र में बेटियां नाम रोषन कर रहीं हैं। इसलिए सोच को बदलें और बेटी को भी बेटों की तरह पालें और आगे बढ़ाएं।
      श्री पांडेय ने कहा कि कन्याओं को षिक्षित करने से न सिर्फ उनका भविष्य बेहतर बनेगा बल्कि बढ़ती हुई आबादी का जो गंभीर सामना कर रहे हैं, उसमें भी कमी आएगी।  हमारे राज्य का कुल प्रजनन दर(टीएफआर) 3.3 है, लेकिन अगर बच्चियां षिक्षित हो जाती हैं तो राज्य के टीएफआर को काफी कम किया जा सकता है। इसके लिए बच्चियों को जितनी उच्च षिक्षा दी जा सके वो देने का प्रयास सरकार कर रही है। इसलिए राज्य सरकार स्नातक पास होने पर सभी जाति, वर्ग और धर्म की बच्चियों को 25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राषि दे रही है। उन्होंने कहा कि यह महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री नीतीष कुमार की प्रेरणा से न सिर्फ शुरू हुई है बल्कि पूरे राज्य में मूर्त रूप भी ले रहा है।
    श्री पांडेय ने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ समाज में जन्म लेने वाली बच्चियों के बेहतर भविष्य के लिए मिलेगा। वहीं संपूर्ण तरीके से पूरे राज्य के सभी जाति और धर्म-संप्रदाय के लोगों को सरकार याजनाओं का लाभ दे रही है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के तहत जन्म लेने से लेकर स्नातक करने तक की बच्चियों को 54 हजार एक सौ रूपये का लाभ सरकार द्वारा दिया जाएगा। इस योजना में बच्चियों के स्वास्थ्य, षिक्षा एवं संवर्द्धन पर पूरा ध्यान दिया गया है। इसके कारण राज्य में जो लैंगिंग अनुपात में अंतर है वह भी संतुलित होगा। मौके पर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेषक मनोज कुमार, अपर कार्यपालक निदेषक डाॅ. करूणा कुमारी, यनिसेफ के चीफ होबेद अली और षिवेन्द्र पांडेय आदि मौजूद थे।

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