डाॅ0 मसूद अहमद ने की बुलंदशहर घटना की सी.बी.आई. जांच की मांग

लखनऊ : राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा दिये गये वक्तव्यों एवं अपनाई गयी कार्यषैली का ही परिणाम बुलंदशहर की अमानवीय घटना है जिसकी निंदा करने के लिए शब्द कम पड़ जायेंगे।

वास्तविकता यह है कि मुख्यमंत्री ने कुर्सी संभालते ही एक ओर प्रदेश के पुलिस अधिकारियों का यह कहकर मन बढाया कि जो भी अपराधी मिले उसे ठोक दों। इसका परिणाम यह हुआ है कि अनेकों निर्दोष मारे गये। दूसरी ओर हिन्दू युवा वाहिनी, बजरंग दल, विष्व हिन्दू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का यह कहकर मन बढाया कि कार्यकर्ताओं की षिकायत पर अधिकारियों पर कार्यवाही होगी। परिणामस्वरूप दोनो ही वर्ग पुलिस और भाजपा एवं उसके सहयोगी संगठन प्रदेश भर में कई बार आमने सामने हो चुके हैं जिसमें कहीं पर पुलिस वालों को थप्पड मारा गया है तो कही पर भाजपा और दूसरे सहयोगी संगठनों के लोग पुलिस द्वारा मारे गये हैं।
जनपद बुलंदशहर की घटना विकराल रूप लेकर सामने आयी है जिसमें पुलिस कोतवाल के साथ साथ सरकार समर्थित कार्यकर्ता भी मारा गया है।  डाॅ0 अहमद ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आर्थिक सहायता देने से मृतक व्यक्तियों के परिवार की क्षतिपूर्ति नहीं हो सकती है क्योंकि इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हार्दिक इच्छा अपने बेटे और बेटियों को उच्च स्तर तक पहुंचाने के साथ साथ स्वयं भी पुलिस विभाग के उच्च पद तक पहुंचने की रही होगी और सुमित सिंह अभी नवयुवक था उसके परिवार की बहुत कुछ आषाएं उससे जुडी रही होंगी क्या योगी आदित्यनाथ द्वारा दी गयी आर्थिक सहायता मृतकों के परिवार के सदस्यों के जख्मों पर मरहम लगा सकेगी?
आवष्यकता इस बात की है कि प्रदेष में फैली हुयी अराजकता से सबक लेकर मुख्यमंत्री अपनी कार्यषैली और वक्तव्यों में सुधार करें अन्यथा मुख्यमंत्री पद त्याग कर अपने मठ वापस चले जाएं।  रालोद प्रदेश ने बुलंदशहर की घटना की सी.बी.आई. जांच की मांग करते हुये कहा है कि ऐसी अमानवीय घटना के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की आवष्यकता है साथ ही साथ दूध का दूध और पानी का पानी होने से सरकार या अन्य के द्वारा की गयी साजिष का पर्दाफाश हो सकेगा।

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