15जनवरी से30 जनवरी तक हेल्थ कैंप लगेंगे,छूटे पात्रों को ढूंढ कर उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे

लखनऊः 04 जनवरी, 2019
उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज वाराणसी में आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की रीजनल कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि देश में पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के स्वास्थ्य की चिंता की और उनकी गंभीर रोगों के भी अच्छे व मुकम्मल इलाज की व्यवस्था दी है। आज देश के 33 राज्य इसे अपना रहे हैं। गरीब अब इलाज के लिए तरसेगा नहीं, बल्कि पांच लाख तक का अच्छा इलाज प्राइवेट अस्पतालों में पा सकेगा। दिल्ली की एम्स, सफदरगंज में इस योजना में इलाज होता है। गोल्डन कार्ड धारक देश के सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में इलाज करवा सकता है।
आयुष्मान योजना के तहत उत्तर प्रदेश में 6 करोड़ लोगों को निशुल्क चिकित्सा का लाभ मिल रहा है। इसके लिए 1081 निजी एवं 420 सरकारी चिकित्सालयों को सूचीबद्ध किया जा चुका है। प्रदेश के 741016 लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड प्रदान किए जा चुके हैं। आगामी 15 जनवरी से 30 जनवरी तक हर जिले में हेल्थ कैंप आयोजित होंगे। जिसमें छूटे पात्रो को ढूंढ कर उनके गोल्डन कार्ड बनाए जाएंगे और इलाज की योजना समझाई जाएगी। अब तक 15622 गोल्डन कार्ड लाभार्थियों ने इलाज प्राप्त भी किया। 7 ओपन हार्ट सर्जरी सहित 36 ह्रदय के 13 जोड़ प्रत्यारोपण सहित 300 हड्डी के एवं 800 से अधिक ऑपरेशन किए गए। अब तक 64 कैंसर मरीजों का इलाज हुआ। पीएससी हेल्थ एवं वैलनेस सेंटर के रूप में कार्य करेंगे। मरीज की पूरी स्क्रीनिंग व डायग्नोस कर उसे क्या इलाज कराना है बताया जाएगा। छोटे शहरों में पीपीपी मॉडल पर आधुनिक सुविधा युक्त अस्पताल बनेंगे, जो सरकारी अस्पताल की भांति कार्य करेंगे। मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आयुष्मान भारत को और प्रभावी बनाने के लिए प्रदेश में प्रतिदिन 1000 मरीजों के इलाज का लक्ष्य निर्धारित किया है।
आयुष्मान भारत में वाराणसी का प्रथम स्थान होने पर मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने जिलाधिकारी वाराणसी सुरेंद्र सिंह को प्रशस्ति पत्र दिया। दूसरे स्थान पर गोरखपुर में तीसरे स्थान पर बस्ती जनपद को भी पुरस्कृत किया गया। योजना में इलाज करा चुके लाभार्थियों को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने शाल भेट कर अभिनंदन किया। जिसमें संगीता जिला बलिया के दिमाग के ट्यूमर का इलाज, मीना देवी बलिया के कान के परदे का उपचार, रीना भदोही के कैंसर का, कृष्णा देवी वाराणसी का घुटना प्रत्यारोपण, सूरज मिर्जापुर का दिमाग का इलाज, लाल बिहारी वाराणसी का हॉट का स्टंट, अक्षय अंबेडकर नगर के पैर फैक्चर का, भोनू वाराणसी के कूल्हे का प्रत्यारोपण का इलाज हुआ।
जिलाधिकारी वाराणसी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि वाराणसी एक बड़ा मेडिकल सुविधा का हब बन चुका है। गत 4 वर्षों में चिकित्सा का ऐतिहासिक विस्तार हुआ और यह भारत का पहला जिला होगा। जो कई प्रदेशों- मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़, बिहार सहित उत्तर प्रदेश के लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करा रहा है। कार्यशाला का आयोजन सांची संस्था द्वारा किया गया। जिसमें पूर्वांचल के 11 जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, डॉक्टर आदि उपस्थित थे। देश में पहली बार उत्तर प्रदेश के बनारस में आयुष्मान भारत की रीजनल कार्यशाला का आयोजन किया गया हैं। बनारस के महत्व को दर्शाता है। साची की सीईओ श्रीमती संगीता सिंह ने स्वागत एवं प्रमुख सचिव, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तर प्रदेश शासन प्रशान्त त्रिवेदी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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