आय रुक जाये और व्यय चालू रहे तो भूखमरी की स्थिति आ जाती है : राज महाजन

नई दिल्ली: कोरोना की महामारी के चलते के सरकार द्वारा गरीबों, नौकरीपेशा, दिहाड़ी मजदूर और महिलाओं के लिए कई राहत योजनाएँ लायी गयी। लेकिन सरकार द्वारा निजी कंपनियों पर किसी को नौकरी से न निकालने, सैलरी न काटने जैसे आदेश भी दे दिये गए। इस पर अपने ओफिशियल फेसबूक पेज पर राज महाजन बिफर पड़ें

संगीतकार राज महाजन ने एक कमेंट में बताया, “यह बहस का मुद्दा नहीं है बल्कि समझने का है… हर छोटा या बड़ा व्यक्ति अपने आय और व्यय का प्रबंधन करता है… मेरे जैसे बहुत से व्यक्ति होते हैं जिनके पास जिम्मेदारियों के चलते बचत नहीं होती है…. ऐसे में आय रुक जाये और व्यय चालू रहे तो भूखमरी की स्थिति आ जाती है… किश्तब्याज और टैक्स इत्यादि में यदि सरकार छोटे उद्यमी को राहत देगी तो वो उद्यमी उस राहत को पाकर अपने कर्मचारियों को संतुष्ट कर पाएगा.. परिवार को चला पाएगा… और महामारी के साथ लड़ पाएगा…”

सरकार से शिकायती अंदाज में बिग बॉस 10 और 11 की चर्चाओं में शामिल राज महाजन ने सरकार को संबोधित करते हुये कहा, “Corona महामारी के आपने निजी ऑफिस बंद करने का आदेश दे दिया जिसमे मेरा भी ऑफिस है। साथ ही आपने आदेश दिया कि किसी तनख्वाह ना काटी जाए। मेरे डिस्ट्रिब्यूशन / पब्लिशिंग पार्टनर और क्लाईंट ने यह कहकर मेरी payments रोक दी हैं कि lock down हैं। अब मैं घर बैठा हुआ हूँ। मैं जितना कमाता थाउतने से अपने स्टाफ और अपने परिवार की उदरपुर्ती करता था।“

 संगीतकार राज महाजन ने अपनी शिकायत में निम्न बिन्दुओं पर ध्यान केन्द्रित किया और सरकार से पूछा :

– महंगे ऑफिस और स्टूडियो का किराया मैं कहां से निकालूंगा ?
– अगले महीने के पहले हफ्ते से ही किश्तें लगनी शुरू हो जाएंगी।
– बिजनेस चलाने के लिए लिए गए Business loan की किश्तें कहाँ से निकालूँगा ?
– अपने ऑफिस और घर के कर्मचारियों की तनख़्वाह कैसे निकालूँगा ?
– स्कूलों में बच्चों की फीसेंड्रेसकिताबें सब खर्च अप्रैल में हैंवो सब कहाँ से लेकर आऊँगा ?
– होम लोन की किश्त कहाँ से दूंगा ?
– पर्सनल लोन / और कार लोन की किश्त कहा से दूंगा ?
– ऑफिस और घर का बिजली का बिल कहाँ से भरूँगा ?
– GST / House Tax इत्यादि कहाँ से भरूँगा ?

 अपनी आर्थिक स्थिति जताते हुये राज महाजन ने कहा, “ना मैं किसी सरकारी महकमे का नौकर हूँऔर ना ही किसी मल्टी नेशनल कंपनी और बड़ी प्राइवेट में काम करता हूँ जो मुझे घर बैठाकर भी सैलरी देते रहें। ऐसे में मैं कहाँ जाऊंगा ?”

फिर राज महाजन ने छोटी पूंजी के उद्यमी के हवाले से कहा, “क्या सरकार को नही चाहिए कि ऐसा इंतज़ाम कर दें कि अप्रैल में होने वाले खर्च और बैंक की किश्तें और सभी लेन देन इत्यादि अप्रैल में न लिए जांए और एक महीना आगे कर दी जाएँ जिस से हम जैसे मजबूर छोटे उद्यमी को कुछ राहत मिले। सरकार द्वारा लिए जाने वाले टैक्स/बिल इत्यादि भी एक महीना क्यूं न माफ़ किए जाएँ।“

विवादों में रहने वाले राज महाजन ने यह भी पूछा, “मैंने हर साल इनकम टैक्स, GST, House tax, Vat etc जमा करके अपने देश अर्थव्यवस्था में योगदान दिया है। मुझे उसके बदले क्या मिला ?”

मोक्ष म्यूजिक के मुखिया राज महाजन यह भी साफ कर दिया कि वो lock-down के खिलाफ नहीं है और कहा, “अगर मैं यह पोस्ट लिख रहा हूँ तो इसका कतई भी यह मतलब नहीं है कि मुझे लॉक-डाउन से कोई आपत्ति है. मैं लॉक-डाउन का पूरी तरह सपोर्ट करता हूँ। और जिम्मेदार नागरिक की तरह अपनी पूरी क्षमता से अपनी ज़िम्मेदारी निभाऊंगा। नकारात्मक मानसिकता के लोग इस पोस्ट को कतई भी सरकार-नीति विरोधी साबित करने की कोशिश न करें।“

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