स्वास्थ्य क्षेत्र में केजरीवाल सरकार के दावों की खुली पोल- मनोज तिवारी

नई दिल्ली, 31 जनवरी। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियों का विश्व भर में झूठा प्रचार कर रहे केजरीवाल के दावों की पोल एक बार और खुल गयी है। पिछले 1 सप्ताह से दिल्ली सरकार के एलएनजेपी अस्पताल में 3 साल का एक मासूम वेंटिलेटर न मिलने के कारण पंप के जरिये सांस ले रहा है। परिवार के लोग बारी-बारी से पंप दबा-दबा कर बच्चे को ऑक्सीजन दे रहे हैं। 3 साल के फरहान के परिजन 1 सप्ताह से एक वेंटिलेटर मांग रहे थे जिससे बच्चे को ऑक्सीजन मिल सके, उसका इलाज ठीक प्रकार से हो सके, लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद भी दिल्ली सरकार ने उन्हें वेंटिलेटर नहीं दिया। उस मासूम के परिजन आहात और बेबस हैं। पिता का कहना है कि वे डॉक्टरों से हाथ जोड़कर 6 दिन से वेंटिलेटर मांग रहे हैं जबकि उनके बाद आये लोगों को वेंटिलेटर मिल गया है उनके बच्चे को नहीं मिला।
इस विषय पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि राजनीति और झूठे प्रचार में अरविन्द केजरीवाल इतना गिर गये हैं कि उन्हें अब मासूम बच्चों की जान से भी कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही होना कोई पहली घटना नहीं है। पहले भी कई तरह की लापरवाही सामने आई हैं। 3 साल के मासूम की जान केवल पम्प भरोसे छोड़ कर अरविन्द केजरीवाल, स्वास्थ्य व्यवस्था में किस बदलाव का ढोल पीटते हैं यह आम जनता के समझ से परे है।
श्री तिवारी ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल एक अराजक और असंवेदनशील व्यक्ति हैं उन्हें अभी अपनी पार्टी का उन्ही के द्वारा बताई गयी भ्रष्ट पार्टियों से गठजोड़ करने से ही फुर्सत नहीं है, ऐसे में दिल्ली सरकार के अस्पतालों में इस तरह की लापरवाही होना बिना उनके स्वास्थ्य मंत्री की शहके संभव प्रतीत नहीं होती। अपराधियों और दोषियों को संरक्षण देना केजरीवाल और उनकी पार्टी का पेशा है। इस घटना में भी दोषी डॉक्टरों पर कार्यवाही की अपेक्षा करना व्यर्थ है क्योंकि केजरीवाल की पार्टी में और उनकी सरकार में ईमानदारी और संवेदनशीलता के लिए कोई जगह नहीं है।
श्री तिवारी ने कहा कि दिल्ली भाजपा 3 साल के मासूम फरहान के परिजनों के साथ हैं हम भी दिल्ली सरकार से मांग करते हैं कि उस मासूम के इलाज के लिए तुरंत यथासंभव सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएँ जिससे फरहान की जान को बचाया जा सके और परिवार वालों को उनका बच्चा सुरक्षित और स्वस्थ मिल सके।
श्री तिवारी ने कहा कि सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ दिल्ली के निजी अस्पतालों में भी केजरीवाल जी की नाक के नीचे भ्रष्टाचार और अन्याय जोर शोर से चल रहा है। उन्होंने एक ऑडिट रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत निजी अस्पतालों को 10 प्रतिशत से 33 प्रतिशत तक फ्री सर्जरी करनी होती है लेकिन वे बड़ी सर्जरी के नाम पर केवल 2 प्रतिशत से 3 प्रतिशत ही सर्जरी करते हैं। उन्होंने कहा कि निजी अस्पतालों द्वारा इस तरह मनमाने ढंग से ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत फ्री इलाज न करना बिना किसी राजनीतिक शह के असंभव सा प्रतीत होता है क्योंकि हर साल ऑडिट होता है और हर साल इस तरह की जानकारी सामने आती है लेकिन फिर भी दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन अस्पतालों पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती जिसके परिणाम स्वरुप वे मरीजों से मनमानी फीस लेते हैं और जो ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत उनका हक होता है वो उन्हें नहीं देते।
श्री तिवारी ने कहा कि बीते 4 साल में हर विषय पर केजरीवाल सरकार विफल साबित हुई है और दिल्ली की जनता इसका भलीभांति आंकलन भी कर चुकी है। इस सब के बावजूद केवल झूठ और आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करके केजरीवाल अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। जनता उनके इस सभी हथकंडों को समझ चुकी है और आगामी चुनाव में आम आदमी पार्टी की सभी सीटों पर जनता उनकी जमानत जब्त करवायेगी।

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