राजद और रालोसपा का संसद मार्च खुद को बचाने की जद्दोजहद- स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय

पटना, 31 जनवरी। राजद और रालोसपा के संसद मार्च को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने खुद को बचाने की जद्दोजहद बताया है। श्री पांडेय ने कहा कि एक ओर आयकर विभाग राजद परिवार (राबड़ी देवी और उनकी बेटी हेमा यादव) की संपत्ति अटैच करने की तैयारी कर रहा है, वहीं दूसरी ओर राजद नेता तेजस्वी यादव दिल्ली में आरक्षण के नाम पर संसद मार्च का नाटक कर रहे हैं। विष्वविद्यालय में 13 प्वांइट रोस्टर करने का फैसला सुप्रीम कोर्ट का है न कि सरकार का। अगर आरक्षण को लेकर राजद पहले से इतना गंभीर रहता तो बिहार के दलित और पिछड़ों की स्थिति बदहाल नहीं रहती।
      श्री पांडेय ने कहा कि रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुषवाहा स्वयं विभागीय मंत्री रहे हैं, उन्हें मालूम होना चाहिए कि सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। बावजूद तथाकथित महागठबंधन के नेता न्यायालय के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। उपेन्द्र कुषवाहा को अगर इतनी चिंता थी तो उन्होंने पहले क्यों नहीं पद से इस्तीफा दिया था। महागठबंधन का यह आरोप कि केंद्र सरकार आरक्षण को खत्म करने की साजिष रच रही है, सच से परे है। सरकार आरक्षण नहीं खत्म कर रही है, बल्कि आरक्षण का लाभ वंचितों-शाषितों तक पहुंचा रही है। न इसमें किसी की हकमारी हो रही है और न ही किसी के खिलाफ अन्याय हो रहा है।
    श्री पांडेय ने कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव बिहार में संविधान बचाओ यात्रा तो पूरी नहीं कर सके अब दिल्ली जाकर आरक्षण बचाने का ढोंग रच रहे हैं। राजद के किसी  भी मार्च और यात्रा का राजग पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। राज्य और देष की जनता जानती है कि राजद का यह प्रायोजित कार्यक्रम अपनी संपत्ति और खुद को बचाने के लिए है। श्री पांडेय ने कहा कि राजद नेता जनता को पहले यह जवाब दें कि कितने धनकुबेरों ने टिकट के लिए और कितने लोगों ने नौकरी के लिए अचल संपत्ति उपहार में दिए हैं। ताजा प्रमाण हृदयानंद चैधरी और ललन चैधरी हैं, जिसने सगुना और फुलवारी में अपनी जमीन राजद परिवार को उपहारस्वरूप दे दिया और खुद बेघर हो गए।

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