योगी सरकार का 2 वर्षीय कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड निराषापूर्ण ही रहा

लखनऊ 19 मार्च। योगी सरकार का 2 वर्ष का कार्यकाल नाकामी और प्रदेष की जनता के उत्पीड़न का ऐतिहासिक चर्चा का कहा जायेगा। यह विचार राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने व्यक्त करते हुये कहा कि विगत 2 वर्षो में किसानों का उत्पीड़न चरम सीमा पर रहा। धान और आलू किसानों के साथ साथ गन्ना किसानों की दुर्दषा ही इस सरकार का रिपोर्ट कार्ड है। खाद और बीज की मंहगाई का दंष झेलकर किसानों ने अपनी फसले तैयार की और सारी रात बचाने के बावजूद पलक झपकते ही जानवरों का षिकार हो गयी और गन्ना किसान अपनी पर्चियों के लिए परेषानी झेलता हुआ अपने हजारों करोड रूपया बकाये के भुगतान के लिए ठोकरे खा रहा है। योगी सरकार अपनी पीठ थपथपाते हुये अपनी कुषलता का प्रमाण पत्र स्वयं तैयार किये बैठी है। इसे केवल सत्ता का नषा ही कहा जायेगा।
श्री दुबे ने कहा कि महिला सषक्तीकरण के नाम पर सत्ता में आयी सरकार के कार्यकाल में छात्राओं एवं महिलाओं के मानसिक एवं शारीरिक उत्पीडन के साथ साथ बलात्कार और दरिंदगी जेसी घटनाएं सरकार के मंुह पर बदनुमा दाग है। विष्व प्रसिद्व बनारस हिन्दू विष्वविद्यालय की छात्राओं पर पुलिसियां लाठीचार्ज की घटना ने विष्व में उत्तर प्रदेष का सिर नीचा किया है। आंगनबाडी कार्यकत्रियों पर कई बार पुलिसिया लाठीचार्ज इस बात का प्रमाण है कि सरकार महिलाओं के प्रति कितना संवेदनषील है। सरकार द्वारा बनाया गया एण्टी रोमियों स्क्वाड निरन्तर सोता रहा और छात्राएं शोहदों के डर से कालेज जाना छोडती रही है।
उन्होंने आगे कहा कि षिक्षा और स्वास्थ की दृष्टि से सरकार की नाकामी के प्रमाण समय समय पर सामने आते रहे हैं। प्रदेष के नौनिहालों की षिक्षा व्यवस्था में अब तक षिक्षकों की नीतियां न होे पाना और दोनो शैक्षिक सत्रों में आधा सत्र बीत जाने के पष्चात डेªस और किताबों का वितरण सरकार की लापरवाही को दर्षाता है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर के बी0आर0डी0 मेडिकल कालेज में तीन दिन में 63 दुधमुहें बच्चे मौत का षिकार हो गये और स्वास्थ्य मंत्री का बयान आया कि जुलाई अगस्त में सबसे ज्यादा मौते होती ही हैं संगठित अपराधियों ने सरकार को ठेंगा दिखाते हुये जहरीली शराब पिलाकर एक ही महीने में 50 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला दी। बुलंदषहर में खाकी वर्दी पहने इंस्पेक्टर का कत्ल लखनऊ में सिपाही द्वारा विवेक तिवारी की हत्या और फर्जी इन्काउन्टर इस सरकार की उपलब्धियां हैं। गडढामुक्त सडकों का वादा करने वाली सरकार के राज में बनारस तक जाने वाली सडक पर तारकोल और रोडी नहीं है। अस्पतालों से मरीजों को स्ट्रेचर आदि न मिलना सम्पूर्ण स्वास्थ व्यवस्था का उपहास है। युवाओं को रोजगार के नाम पर लाठियां भांजी गयी है। कुल मिलाकर योगी सरकार का 2 वर्षीय कार्यकाल का रिपोर्ट कार्ड निराषापूर्ण ही रहा।

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