जब वेंकैया नायडू ने पेश किया ‘इस्तीफा’
Date posted: April 1, 2018 2:15 PM
उपसभापति एम. वेंकैया नायडू ने सभी पार्टी के नेताओं को तब स्तब्ध कर दिया जब वह राज्यसभा में प्रात:कालीन सदन की बैठक मिनटों के भीतर ही स्थगित करने के पश्चात अपने चैम्बर में पहुंचे। उन्होंने सदन के नेता एवं वित्त मंत्री अरुण जेतली को यह कह कर सनसनी फैला दी कि वह सदन में अनुशासन को भंग नहीं होने देंगे तथा यदि नेता उनके सदन चलाने के इस ढंग से संतुष्ट नहीं हैं तो ‘‘वे नया सभापति चुनने को स्वतंत्र हैं।’’ जेतली एवं अन्य नेताओं ने नायडू को अनुरोध किया कि उन्हें उदार रहना चाहिए तथा मीटिंग को मिनटों में पूरा दिन के लिए स्थगित करने की बजाय सदस्यों को अपनी भावनाएं व्यक्त करने की आज्ञा देनी चाहिए। इसके बारे में और पढ़े..