आरा-मोहनिया 4 लेन पथ के चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र शुरू होगाः मंगल पांडेय

पटना: बिहार के पथ निर्माण मंत्री मंगल पांडेय ने आरा-मोहनिया 4 लेन पथ के चौड़ीकरण का काम शीघ्र प्रारंभ करने का निर्देश भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को दिया है। 1742 करोड़ की लागत से 116 किलोमीटर लंबी इस सड़क के चौड़ीकरण का कार्य दो फेज में होगा। इस परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण कार्य पूरा हो चुका है।
पांडेय ने आज यहां बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा भारत माला परियोजना के अंतर्गत इस पथ को 4 लेन में चौड़ीकरण की स्वीकृति दी गयी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस वर्ष 21 सितंबर को वर्चुअल कांफ्रेंस के जरिये इस परियोजना का शिलान्यास किया था। परियोजना का कार्यान्वय दो खंडों में किया जाना है। प्रथम खंड में मोहनिया से पररिया तक 856 करोड़ की लगात से 61 किलोमीटर की लंबाई में 4 लेन चौड़ी सड़क का निर्माण शामिल है। जबकि द्वितीय खंड में पररिया से आरा के निकट असनी तक 886 करोड़ की लागत से कुल 55 किलोमीटर लंबाई में 4 लेन पथ का निर्माण होगा। निर्माणाधीन इस पथ को पटना-आरा-बक्सर पथ के साथ जोड़ने के लिए असनी से वामपाली तक हरित क्षेत्र मंे भी 4 लेन चौड़ी सड़क का निर्माण किया जा रहा है।

पांडेय ने बताया कि भारत माला परियोजना के अंतर्गत पटना-सासाराम हरित क्षेत्र मार्ग रेखन पर 4/6 लेन सड़क निर्माण के लिए भू अर्जन कराने की स्वीकृति भी भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा प्रदान कर दी गयी है। इस परियोजना के पूरा होने से पटना से वाराणसी के बीच आवागमन काफी सुगम हो जायेगा और स्वर्णिम चर्तुभुज के 4 लेन संपर्कता मिल जाने से आरा और पटना जैैसे बड़े शहरों को माल ढोने में भी सुगमता होगी। राष्ट्रीय राजमार्ग 30 का आरा-मोहनिया खंड में कैमूर जिले के मोहनिया में जीटी रोड से शुरू होकर आरा तक आता है, जहां आरा-सासाराम पथ के साथ जंक्शन बनाता है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग पटना शहर को आरा होते हुए स्वर्णिम चर्तुभुज से जोड़ने के लिए मुख्य सड़क के रूप में लंबे काल से व्यवहार किया जाता रहा है।

पांडेय ने बताया कि इस माह की 10 तारीख को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आरा के पास कोइलवर में सोन नद पर निर्माणाधीन 6 लेन सेतु के अप स्ट्रीम वाले 3 लेन का वर्चुअल कांफ्रेंसिंग के जरिये लोकार्पण किया है, जिससे पटना से आरा और उसके आगे पश्चिम की ओर जाने में 158 वर्ष पूर्व बने अब्दुल बारी सेतु पर लंबे समय से लग रहे जाम से आमजनों को निजात मिली है।  हाल ही में परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में बताया गया कि इस परिायोजना के लिए भूमि अधिग्रहण का पूरा हो चुका है और 4 लेन चौड़ीसड़क के निर्माण के लिए बाधा रहित कार्य क्षेत्र उपलब्ध है।

Facebook Comments