गरीब बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है केजरीवाल सरकार: आदेश गुप्ता

नई दिल्ली: केजरीवाल सरकार द्वारा दिल्ली के गरीब बच्चों की शिक्षा के साथ किए जा रहे खिलवाड़ को लेकर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष से आदेश गुप्ता ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक मुहावरा है “थोथा चना बाजे घना“ यह दिल्ली के शिक्षा मॉडल पर बिल्कुल सटीक बैठता है। केजरीवाल सरकार का शिक्षा मॉडल बिल्कुल खोखला है। शिक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली केजरीवाल सरकार लगातार शिक्षा विरोधी काम कर रही है।

केजरीवाल सरकार लंबे समय से ईडब्ल्यूएस कोटे के तहत निजी स्कूलों में पढ़ने वाले गरीब छात्रों का खर्च नहीं दे रही है, जिस वजह से स्कूल संचालकों को भी कोर्ट की शरण में जाना पड़ा है। केजरीवाल सरकार की वजह से गरीब छात्रों का भविष्य खतरे में आ गया है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार को जल्द ही इस संबंध में कदम उठाना चाहिए।
गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार यह कहते नहीं थकती कि सबसे ज्यादा बजट शिक्षा पर खर्च किया जाता है, लेकिन सबसे ज्यादा कटौती भी शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही है। पहले 2020-21 सत्र के लिए स्कूल ड्रेस ही देने से मना कर दिया फिर 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए एग्जाम फीस देने से भी पीछे हट गई और अब गरीब बच्चों की पढ़ाई का खर्च भी नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार बेवजह की चीजों पर करोड़ों खर्च कर रही है, लेकिन शिक्षा के नाम पर आर्थिक सकंट का रोना रो रही है।
गुप्ता ने सवाल पूछते हुए केजरीवाल सरकार से कहा कि वह बताएं कि दुनिया के किस कोने में ऐसा शिक्षा मॉडल है जहां स्कूल एवं कॉलेज टीचरों को अपने वेतन के लिए गिड़गिड़ाना पड़ता है ? जहां वोट बैंक के लिए सरकार एग्जाम फीस दे देती है, लेकिन अगले ही साल फीस देने से मना कर देती है ? जहां गरीब बच्चों को पढ़ाई का खर्च नहीं दिया जाता ? अगर इसके बाद भी केजरीवाल सरकार दिल्ली के शिक्षा मॉडल को सबसे बेहतर शिक्षा मॉडल बताती है तो यह उनकी बेशर्मी है। सिर्फ दो स्कूलों की तस्वीर दिखाकर शिक्षा मॉडल नहीं बनता। व्यापक स्तर पर काम करने की इच्छाशक्ति होनी चाहिए जो कि केजरीवाल सरकार में नहीं है।

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