भाजपा के शीर्ष नेताओं को सामुहिक रूप से माफी मांगनी चाहिए-अनिल दुबे

लखनऊ 21 दिसम्बर। राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं द्वारा हनुमान जी के प्रति एक के बाद एक दिये जा रहे बयानों को अविवेकपूर्ण बताते हुये कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता इतनी ओछी राजनीति पर उतर आयें है कि देवी देवताओं के नाम पर राजनीति कर रहे हैं और भाजपा के शीर्ष नेता इस पर अंकुष लगाने के बजाय मौन साधे हुये हैं। इन बयानों के प्रति भाजपा के शीर्ष नेताओं को सामुहिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। श्री दुबे ने आगे कहा कि भाजपा नेताओं को शायद यह नहीं मालूम कि देवी देवता किसी व्यक्ति विषेष या जाति विषेष के नहीं होते हैं वह तो पूरे संसार के हैं क्योंकि पूरा संसार ही उनसे हैं। उन्होंने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास जी ने उन्हें भगवान शंकर जी का अवतार बताया है “शंकर सुवन केसरी नंदन, तेज प्रताप महा जग बंदन” तथा “हाथ वज्र और घ्वजा बिराजे कांधे मूज जनेऊँ साजै” इन उद्वरणों के बाद भी हनुमान जी के बारे में भाजपा के नेताओं द्वारा जो बयानबाजी दी जा रही है वह घोर निदंनीय है। ऐसे हनुमान जी को जाति या धर्म में लाना ओछी मानसिकता नहीं तो क्या है? उन्होंने कहा कि सत्ता मद में चूर भाजपा को स्वयं उनके नेताओं की अज्ञानता दूर करने का हर सम्भव प्रयास करना चाहिए। श्री दुबे ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अपने आपको धर्म का ठेकेदार बताती है और मन्दिर मस्जिद के साथ साथ अब देवी देवताओं के नाम पर अपना राजनीतिक स्वार्थ हासिल करना चाहती है। देष एवं प्रदेष की जनता इनकी ओछी मानसिकता को भलीभांति समझ चुकी है जो इनके इस छलावे मंे आने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि भाजपा नेताओं में चुनाव के बाद से बौखलाहट छा गयी है इसलिए उल्टी सीधी बयानबाजी कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के इन्हीं सब नीतियों का परिणाम अभी हाल ही में हुये विधान सभा चुनाव में सामने आया है और अब बचा खुचा 2019 के लोकसभा चुनाव में सामने आयेगा जिसमें भाजपा को सूपडा साफ हो जायेगा।

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