यूपी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1236 नये केस, रिकवरी 95.78 प्रतिशत

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि प्रदेश में संक्रमण कम हुआ है और कोरोना संक्रमण दिसम्बर के माह में भी संक्रमण में कमी आ रही है। उत्तर प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री के निर्देशन जो कार्यप्रणाली है उसमें एक लक्ष्य के अनुसार कार्य किया गया है। प्रदेश का यह बड़ा एचीवमेन्ट है कि पूरी व्यवस्था में शुरू में मार्च में 72 टेस्ट प्रतिदिन टेस्ट करने की क्षमता थी जो अब बढ़ाकर 01 लाख 70 हजार टेस्ट प्रतिदिन किया जा रहा है।

इसी अनुसार टेस्ट प्रतिदिन किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक 2.31 करोड़ से अधिक कोविड-19 के टेस्ट किये जा चुके हैं जो कि पूरे देश में अब तक का सर्वाधिक है। घर-घर सर्वें का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा सर्विलांस के माध्यम से लगभग 17 करोड़ लोगों तक पहुंच कर उनका हालचाल लेते हुए कोविड-19 संक्रमण की जानकारी भी ली गयी हैै। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश देश का ऐसा पहला राज्य है जहां सबसे अधिक कोरोना संक्रमण की जांच की गयी है और इतनी बड़ी संख्या में लोगों से सम्पर्क किया गया है। प्रदेश में कन्टेनमेंट जोन तथा हाटस्पाॅट एरिया में भी कमी आयी है। प्रदेश में कोरोना में कमी आ रही है फिर भी सभी को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मास्क पहने, हाथ साबुन से धोते रहे, सैनेटाइजर का प्रयोग करे तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचे।

श्री सहगल ने बताया कि मिशन रोजगार अभियान के अन्तर्गत बड़ी संख्या में रोजगार देने का प्रयास किया जा रहा है। अभियान के अन्तर्गत प्रत्येक जनपद की एक कार्य योजना बनाई जा रही है। जिसमें सरकारी नौकरियों के माध्यम से, सरकारी योजनाओं से स्वरोजगार, बैंकों से समन्वय करके, कौशल प्रशिक्षण द्वारा स्वरोजगार तथा विभिन्न विभागों द्वारा चलाये जा रहे निर्माण कार्यों में रोजगार के अवसरों कोे एक योजनाबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया जायेगा, ताकि प्रदेश में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा किये जाएं।

श्री सहगल ने बताया कि औद्योगिक गतिविधियों को सामान्य रूप से चल रही है। आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने का कार्य तेजी से करने के साथ-साथ रोजगार के अवसर बढ़ाने पर विशेष ध्यान दे रही है। सूक्ष्म, लघु, मध्यम एवं वृहद श्रेणी की 8,18,363 इकाइयॉ क्रियाशील हैं, जिनमें लगभग 52 लाख श्रमिक कार्य कर रहे है। प्रदेश में रोजगार के और अवसर सृजित करने के लिए तथा अधिक से अधिक लोगों को रोजगारों में लगाने के लिए नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयों के माध्यम से अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के अन्तर्गत 6.80 लाख नई एम0एस0एम0ई0 इकाइयांें को 20,780 करोड़ रूपये का ऋण दिया गया है। प्रदेश में पुरानी इकाइयों को कार्यशील, पूंजी की समस्या से निजात दिलाने के लिए बैंकों से समन्वय करके आत्मनिर्भर पैकेज में 4.37 लाख इकाईयों को रू0 11,100 करोड़ रूपये के ऋण बैंकों से समन्वय स्थापित कर स्वीेकृत करते हुए वितरित किये गये हैं। अब तक 11.20 लाख इकाइयों को बैंकों के माध्यम से 31800 करोड़ रूपये का ऋण बैंकों के माध्यम से दिया गया है। एम0एस0एम0ई0 इकाइयों से 27 लाख से अधिक लोगों को रोजगार के अवसर सुलभ हुए है। प्रदेश सरकार मिशन रोजगार के अन्तर्गत स्वरोजगार तथा उद्योग के माध्यम से रोजगार के अवसर दिये जा रहे हैं। इस वित्तीय वर्ष में 20 लाख इकाइयों का लक्ष्य रखा गया है। जिससे  बैंकों के माध्यम लगभग 70 हजार करोड़ का ऋण वितरण कराया जायेगा। इससे अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने का अवसर मिलेगा।

श्री सहगल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों के हित के लिए कार्य कर रही है। प्रदेश सरकार किसानों को उनकी फसल का न्यूनतम समर्थन मूल्य देने के लिए कृतसंकल्प है। कुछ दिन पूर्व प्रदेश के समस्त धान क्रय केन्द्रों की जांच करायी गयी थी। जो भी कर्मचारी व अधिकारी इसमें गड़बड़ी कर रहे थे व किसानों के साथ र्दुव्यवहार कर रहे थे। उनके खिलाफ कार्यवाही की गयी और यह प्रक्रिया निरन्तर जारी है। जिससे किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उनकी धान खरीदी गयी। उन्होंने बताया कि अब तक किसानों से 446.4 लाख कु0 धान की खरीद की जा चुकी है। जो पिछले वर्ष में डेढ़ गुना अधिक है। उन्होंने बताया कि साढ़े तीन वर्ष में 180 मी0 टन धान तथा 170 मी0 टन गेहूं किसानों से खरीदा गया है इस प्रकार 60 हजार करोड़ रू0 की फसल किसानों से खरीदी जा चुकी है। अब तक किसानों से 7,06,515.5 कु0 मक्का की खरीद की जा चुकी है। उन्हांेने बताया कि आज मा0 प्रधानमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के अन्तर्गत 2.34 करोड़ किसानों के खाते में दो-दो हजार उनके खातों में सीधे हस्तान्तरित की किया गया, जो लगभग 4 हजार 300 करोड़ रूपये की धनराशि हस्तान्तरित की गयी है। इस धनराशि को मिलाकर प्रदेश के 02 करोड़ 30 किसानों को लगभग पिछले साढ़े तीन वर्ष में लगभग 28 हजार करोड़ रूपये से अधिक की धनराशि किसानों को हस्तान्तरित की गयी इसके अतिरिक्त साढ़े तीन वर्षों में गन्ना किसानों को 1,12,000 करोड़ रूपये का रिकार्ड भुगतान किया गया तथा प्रदेश में 86 लाख किसानों का 36 हजार करोड़ रूपये का कर्ज माफ किया था। राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और किसानों की समस्या का निदान प्राथमिकता से सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को उनकी फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया जा रहा है तथा मण्डी शुल्क भी कम कर दिया गया है।

अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कल एक दिन में कुल 1,43,410 सैम्पल की जांच की गयी। प्रदेश में अब तक कुल 2,31,16,081 सैम्पल की जांच की गयी है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना सेे संक्रमित 1236 नये मामले आये हैं। प्रदेश में 16,159 कोरोना के एक्टिव मामले में संे 7317 लोग होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने बताया कि निजी चिकित्सालयों में 1,663 लोग ईलाज करा रहे हैं, इसके अतिरिक्त मरीज एल-1, एल-2 तथा एल-3 के सरकारी अस्पतालों मंे अपना ईलाज करा रहे हंै। उन्होंने बताया कि अब तक कुल 5,55,544 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं। प्रदेश में कोविड-19 का रिकवरी प्रतिशत 95.78 है। प्रदेश में सर्विलांस टीम के माध्यम से 1,77,770 क्षेत्रों में 4,95,295 टीम दिवस के माध्यम से 3,07,83,462 घरों के 14,98,63,045 जनसंख्या का सर्वेक्षण किया गया है। प्रदेश में ई-संजीवनी के माध्यम से 24 घंटे में 4538 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया है। अब तक 3,13,254 लोगों ने चिकित्सीय परामर्श लिया है।
श्री प्रसाद ने बताया कि सभी लोग मास्क पहनें, हाथ साबुन-पानी से धोते रहें तथा लोगों से दो गज की दूरी बनाये रखें। जब तक वैक्सीन नहीं आती तब तक पहले से बीमार बुजुर्गों, बच्चों, गर्भवती महिलाओं को संक्रमण से बचाना होगा। प्रदेश सरकार वैश्विक महामारी कोविड-19 के नियंत्रण के लिए तकनीकी का व्यापक और बेहतर प्रयोग कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के डी0जी0 मेडिकल हेल्थ उ0प्र0 के पोर्टल पर जाकर घर बैठे ही आप अपने कोविड-19 टेस्टिंग के परिणाम को देखा जा सकता है। मेरा कोविड केन्द्र ऐप के माध्यम से उपयोगकर्ता द्वारा 05 किलोमीटर के दायरे में स्थित कोविड-19 जांच केन्द्र की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इसके साथ-साथ केन्द्र पर उपलब्ध कोविड-19 की टेस्टिंग विधि की जानकारी भी मिलेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना पाॅजिटिव पाये गये लोगों में 0-20 आयु वर्ग के 13.35 प्रतिशत, 21-40 आयु वर्ग के 46.55 प्रतिशत, 41-60 आयु वर्ग के 29.47 प्रतिशत, और 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के 10.6 प्रतिशत है।

श्री प्रसाद ने बताया कि आज से प्रदेश में टी0बी0 के लिए 25 दिसम्बर, 2020 से 26 जनवरी, 2021 तक यह अभियान चलाया जायेगा। जिसमें कि एक्टिव केस की पहचान की जायेगी, 25 दिसम्बर, 2020 से 01 जनवरी, 2021 तक ऐसे स्थान जो नारी निकेतन, बाल सुधार गृह, जेल, ओल्ड ऐज होम, आदि में टी0बी0 के साथ-साथ कोेरोना की भी सैम्पलिंग की जायेगी। इसके पश्चात 02 जनवरी, 2021 से एक्टिव केसं की पहचान करने के लिए ए0एन0एम0 व आशा बहुओं के माध्यम से घर-घर जाकर उसकी जांच पड़ताल व पहचान की जायेगी।

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