बिहार से विशेष लगाव रखते थे अरुण जेटली: डॉ संजय जायसवाल  

पटना: पूर्व वित् मंत्री अरुण जेटली की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि भारतीय राजनीति में ऐसे बहुत कम राजनेता हुए हैं, जिन्होंने बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के, केवल अपनी मेहनत की बदौलत राष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक ऊँची और अलग पहचान बनायी.

प्रखर वकील, अनुभवी सांसद और उत्कृष्ट मंत्री के रूप में राष्ट्र निर्माण में अपना अमूल्य योगदान देने वाले श्री जेटली उन्हीं चुनिंदा में से एक थे. हर मसले का बारीक और विस्तृत विश्लेषण करने वाले श्री जेटली ने जिन पदों पर रहें, वहां उन्होंने अपनी अलग छाप छोड़ी. ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा की अद्भुत मिसाल माने जाने वाले जेटली जी ने वित्त मंत्रालय के अलावा रक्षा, कारपोरेट अफेयर्स, कॉमर्स, इंडस्ट्रीज और ला एंड जस्टिस जैसे बड़े मंत्रालयों का भी कुशलता पूर्वक निर्वहन किया. वितमंत्री के रूप में उनके द्वारा किए गये कार्यों की प्रशंसा आज भी पूरी दुनिया में होती है.

उन्होंने कहा कि कठिन से कठिन कार्य को शांति, धैर्य और गहरी समझदारी के साथ पूरा करने का अद्भुत सामर्थ्य रखने वाले जेटली जी की मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में लिए गये कई ऐतिहासिक फैसलों को जमीन पर उतारने में काफी अहम भूमिका थी.यह उनपर प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी का भरोसा ही था कि उनके बतौर वित्त मंत्री रहते नोटबंदी, जीएसटी, इनसॉल्वेंसी एवं बैंकरप्शी कोड, जनधन योजना, कैश ट्रांसफर जैसे कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए. इसके अलावा देश की टैक्स व्यवस्था में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाला जीएसटी भी श्री जेटली के अथक प्रयासों का ही प्रतिफल है. यह उनकी बुद्धिमता व तर्कशीलता ही थी, जिनके कारण इन सारे फैसलों और योजनाएं की राह में विपक्ष द्वारा खड़ी की गयी कोई बाधा टिक नही पायी थी.

संसद में जब भी विपक्ष सरकार पर हमलावर होती थी, तब सरकार का पक्ष रखने या विपक्ष के आरोपों का जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अरुण जेटली ही पहली पसंद होते थे. यह उनके व्यक्तित्व का ही जादू था कि आम जनता के साथ साथ विपक्षी दलों के नेता भी उनके मुरीद हुआ करते थे. श्री जेटली ने खुद भी कभी राजनीतिक संबंधों को व्यक्तिगत संबंधों पर हावी नही होने दिया. उनकी शख्सियत का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि जिस स्कूल से उनके बच्चों ने पढ़ाई की, उसी स्कुल से उन्होंने अपने ड्राइवर और निजी स्टाफ के बच्चों को भी पढ़ाया, यहाँ तक कि उन्होंने अपने स्टाफ के प्रतिभाशाली बच्चों को विदेश तक पढने के लिए भेजा था.”

बिहार के साथ श्री जेटली के संबंधों के बारे में बताते हुए डॉ जायसवाल ने कहा कि बिहार से भी श्री जेटली का पुराना नाता रहा. वह भले ही बिहार के रहनेवाले नहीं थे, लेकिन उनका बिहार से विशेष लगाव था. बिहारवासियों के प्रति उनके मन में आदर का भाव था. बिहार में एनडीए सरकार बनाने में उनकी काफी प्रमुख भूमिका थी. इसके अलावा बिहार में लोकायुक्त के नये कानून बनाने में भी उन्होंने महत्वपूर्ण सहयोग दिया था. आज भले ही श्री जेटली हमारे बीच नही हैं, लेकिन उनके किए हुए कार्य हमारे बीच हमेशा अमर रहेंगे.

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