बिहार में सिविल सर्जन एवं मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक प्राधिकृत

पटना:  स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर स्तर पर कार्य कर रहा है। कोरोना संक्रमण की प्रभावी रोकथाम तथा बचाव के लिए आवश्यक सामाग्रियों, सेवाओं तथा मानवबल की अधिप्राप्ति के लिए जिला एवं मेडिकल कॉलेज स्तर पर समिति को प्राधिकृत किया गया है। राज्य कार्यकारिणी समिति द्वारा जिला स्तर पर तथा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल स्तर पर कोविड 19 संक्रमण की रोकथाम तथा बचाव के लिए सामग्रियों, सेवाओं एवं मानवबल की अधिप्राप्ति करने के लिए प्राधिकृत समिति द्वारा आवश्यक सामग्रियों, सेवाओं एवं मानवबल को चिह्नित किया जाएगा।
जिला स्तर पर इसके नामित पदाधिकारी सिविल सर्जन, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी और जिला पदाधिकारी द्वारा नामित एक पदाधिकारी होंगे। वहीं मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल स्तर पर प्रचार्य, अधीक्षक एवं मेडिसीन विभाग के अध्यक्ष शामिल रहेंगे। आवश्यक सामाग्रियों, सेवाओं तथा मानवबल की अधिप्राप्ति के लिए सविल सर्जन एवं अधीक्षक को दो माह तक के लिए विभाग द्वारा प्राधिकृत किया गया है। सेवाओं एवं मानवबल की अगले दो माह की आवश्यकता को ध्यान में रखकर अधिप्राप्ति की जाएगी। मानवबल की सेवा प्राप्ति आउटसोर्सिंग के माध्यम से की जाएगी।

श्री पांडेय ने कहा कि इन कार्यों में होने वाली जो मद ईसीआरपी के तहत प्राप्त राशि से अनुमान्य है, उन्हें तदनुसार व्यय किया जाएगा। अन्य मदों के व्यय का वहन स्वास्थ्य विभाग, बिहार द्वारा संबंधित मद में निर्गत आवंटन से किया जायेगा। जिन सामग्रियों, उपकरणों एवं सेवाओं के लिए बिहार चिकित्सा सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम लिमटेड, पटना द्वारा दर अनुबंध है एवं वर्तमान में आपूर्ति की जा सकती है, उन सामग्रियों, उपकरणों एवं सेवाओं की अधिप्राप्ति के लिए यह प्रावधान लागू नहीं है सामग्रियों का आकलन एक माह की आवश्यकता को ध्यान में रखकर होगा।

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