जनसमर्थन में फेल, गुंडागर्दी और अराजकता में पास रहा बिहार बंद: राजीव रंजन

पटनाराजद द्वारा आज आयोजित बिहार बंद को जनसमर्थन में फेल लेकिन गुंडागर्दी और अराजकता में पास बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा “ एक झूठे मुद्दे पर राजद और सहयोगी दलों द्वारा आयोजित बिहार बंद में आन्दोलन के नाम पर मचे उत्पात ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि इन दलों के समक्ष आम जनता का कोई महत्व नहीं है.

गरीबों के नाम पर राजनीतिक रोटी खाने वाले इन दलों का कहर सबसे ज्यादा गरीबों पर ही टुटा. इनके कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर आतंक मचा कर यह दिखा दिया है कि यह लोग कभी देश और आम जनता के भले की सोच ही नही सकते. जगह-जगह आगजनी और तोड़फोड़ कर रहे इन लोगों ने बीमार मरीजों को भी नहीं बख्शा, कई जगहों पर एम्बुलेंसों को भी रोका गया. इनके प्रकोप से चिलचिलाती गर्मी में कई जगह महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग डरे-सहमे बसों और ट्रेनों में फंसें रहें दूसरी तरफ राजद के कार्यकता उनकी बेबसी पर अट्टहास लगा रहे थे. उन्हें इसकी भी चिंता नहीं थी कि बाद में किस मुंह से इनके पास वोट मांगने जायेंगे.”

रंजन ने कहा “ इस बंद  के बहाने कांग्रेस-राजद और इनके सहयोगियों ने अपनी शक्ति दिखाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन बिहार की 99% जनता ने इसमें उनका साथ नही दिया, जिससे उनका गुस्सा राहगीरों, गरीबों और मजदूरों पर कहर बन कर टुटा. एक तरफ जहां बंद को लेकर इन दलों के समर्थक सडक पर खुलेआम तांडव करते रहे, तो वहीं दूसरी ओर सैकड़ों गाडियों, बसों और ट्रेनों में फंसे महिलाओं-बच्चों समेत हजारों यात्रीगण भूख और प्यास से कुलबुलाते रहे. पटना बाईपास पर आम लोगों की गाड़ियों को भी तोड़ा गया. इन्हें बताना चाहिए की आखिर यह विरोध का कौन सा तरीका है जिसका शिकार आम जनता होती है? पूरे दिन लोग इनके उपद्रव से त्राहि-त्राहि करते रहे और जनता के दुःख से पूरी तरह बेखबर राजद-कांग्रेस और उनके सहयोगी दलों के कार्यकर्ताओं के लिए बिहार बंद महज मनोरंजन का साधन बना रहा. वास्तव में इन दलों के नेताओं को आज हुए उपद्रव के लिए पूरे बिहार की जनता से माफ़ी मांगनी चाहिए।”

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