सचिन पायलट के हाथों अपनी नैया पार लगाना चाहती काग्रेंस: संजय गुर्जर

नोएडा: उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का कोई जनाधार नही है।लेकिन फिर भी काग्रेंस सस्ती लोकप्रियता और अपने को प्रासंगिक बनाए रखने के लिए लोगों को बड़े बड़े वादे करके गुमराह कर रही है। और तो और कांग्रेस को यूपी में चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी तक भी नहीं मिल रहे हैं।ये कहना है पीस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुर्जर का।

आगे उन्होंने बताया कि काग्रेंस दोहरी नीति अपना रही है एक तरह तो वो प्रदेश में पिछड़ा वर्ग को साधकर अपना जनाधार बढाना चाहती है वही दूसरी ओर पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 100 सीटों पर अपना खासा प्रभाव रखने वाले गुर्जर समाज को एक भी टिकट ना देकर समाज को अपमानित करने का कार्य कर रही है।प्रदेश मे अपना जनाधार गिरता देख काग्रेंस अब सचिन पायलट को मोहरा बनाकर पिछड़ों को साधने का असफल प्रयास करना चाहती है।क्योंकि सचिन पायलट भी पिछड़ा वर्ग के गुर्जर समाज से ताल्लुख रखते है।
सचिन पायलट के यूपी में कई दौरे भी इसी ओर इशारा करते है। बताते चले कि राजस्थान में सचिन पायलट की पार्टी में की गई उपेक्षा से गुर्जर समाज ही नही पूरे प्रदेश का पिछड़ा वर्ग कांग्रेस के खिलाफ हो गया है।गहलोत हटाओ यूपी पाओ का नारा देकर पिछड़ा वर्ग के लोग यह कहना चाहते है कि अगर काग्रेंस राजस्थान में गहलोत को हटा कर सचिन पायलट की ताजपौशी कर देती है तो पूरा पिछड़ा वर्ग काग्रेंस के साथ हो सकता है।आपको ये भी बताना जरुरी है कि उत्तर प्रदेश में पिछड़ा वर्ग की संख्या सबसे अधिक है।संजय गुर्जर ने कहा कि पूरा देश जानता है कि गहलोत और गांधी परिवार का क्या रिश्ता है।
पार्टी में अगर पैकेज देने वालों को ही अगर सत्ता का लाभ मिलेगा तो पार्टी के कर्मठ और ईमानदार का क्या होगा।अगर ऐसा नही है तो काग्रेंस की ऐसा क्या मजबूरी थी जो इतने गंभीर आरोप लगने के बाद भी गहलोत को नही हटाया गया।बता चले कि सचिन पायलट ने राजस्थान में रात दिन मेहनत की और कांग्रेस को जिताया।लेकिन फिर भी काग्रेंस ने एक ऐसे व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना दिया जो उसका हकदार नही था।काग्रेंस को शायद अब तो समझ में आ गया होगा ही यूपी के बदलाव की चाबी राजस्थान में ही है।

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