विद्युत चोरी रोक कर दो वर्षों में कारपोरेशन ने 8 प्रतिशत कम की लाइन हानियाॅ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन ने वित्तीय वर्ष 2018.19 के एक वर्ष में विद्युत चोरी रोककर 3 प्रतिशत ए0टी0एण्डसी0 हानियों में कमी करने में सफलता प्राप्त की है। 2016.17 से अब तक विगत 2 वर्षो में 8 प्रतिशत हानियों में कमी आयी है। 2016.17 में ए0टी0एण्डसी0 हानियाॅ 32ण्80 प्रतिशत थी। 2017.18 में जहाॅ 27ण्67 प्रतिशत ए0टी0एण्ड0सी0 थी वो वर्ष 2018.19 में घटकर 24.64 प्रतिशत रह गयी।

यह डाटा भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के उदय पोर्टल पर भी प्रदर्शित हो रही है। वर्ष 2017.18 में दक्षिणांचल डिस्काम में लाइन हानियाॅ 34 प्रतिशत थी जो 2018.19 में घटकर 29ण्06 प्रतिशत रह गयी। मध्यांचल में 28ण्99, से घटकर 28ण्33 प्रतिशत। पश्चिमांचल 20ण्77 से घटकर 16ण्03 प्रतिशत। पूर्वांचल 31ण्35 से घटकर 30ण्10 तथा केस्को में 18ण्07 प्रतिशत से घटकर 16ण्16 प्रतिशत रह गयी। जबकि इस बीच लाखों की संख्या में नये विद्युत कनेक्शन दिये गये तथा ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहर तक विद्युत आपूर्ति में बढ़ोत्तरी की गयी।

इसी तरह 2017.18 की तुलना में प्रति यूनिट ऊर्जा आपूर्ति के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति की दरों में वृद्धि हुयी। वर्ष 2017.18 में 3ण्68 रूपये की तुलना में 2018.19 में 4ण्20 रूपये प्रति यूनिट हो गयी। जो कि एक बड़ी उपलब्धि है। 2017.18 में जहाॅ दक्षिणांचल का थ्रूरेट 3ण्24 था वह वर्ष 2018.19 में बढ़कर 3ण्66 पैसा हो गया। इसी तरह मंध्यांचल में 3ण्89 से बढ़कर 4ण्32, पश्चिमंचल में 4ण्24 से बढ़कर 4ण्99, पूर्वाचल में 2ण्79 से बढ़कर थूू्ररेट, 3ण्24 तथा केस्को में 6ण्50 से बढ़कर 6ण्75 थ्रूरेट हो गया।

यह जानकारी देते हुये प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया है कि प्रदेश में विद्युत चोरी रोकने हेतु उ0प्र0 पावर कारपोरेशन लगातार प्रयास कर रहा है। अधिक लाइन हानियों वाले क्षेत्रों में खुले तारों के स्थान पर ए0बी0 केबिल लगाने का कार्य किया जा रहा है। शहरी क्षेत्रों में 7847 किलोमीटर तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 886 किलोमीटर ए0बी0 केबिल लगाने का कार्य किया जा चुका है। 2018.19 में लगभग 2ण्30 लाख रेड किये गये जिसमें 1ण्28 लाख विद्युत चोरी के मामले पकड़े गये।

कारपोरेशन लाइन हानियों को कम करने के लिये एक निश्चित कार्य योजना पर भी कार्य कर रहा है। वर्तमान हानियों को घटाकर वर्ष 2019.20 के अन्त तक 20 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य है। इसके लिये पर्वतन दल को बढ़ाया जा रहा है। नये विद्युत थाने प्रस्तावित है।

47 शहरों में प्रस्तावित स्मार्ट मीटर स्थापना कर, बिलिंग गुणवत्ता बढ़ाया जाना भी प्रस्तावित है। वर्ष 2020 तक लखनऊ एवं कानपुर में सरकारी कार्यालयों एवं सरकारी आवासों पर प्री-पेड मीटर लगाया जाना एवं शेष नगर निगमों के सरकारी कार्यालयों एवं सरकारी आवासों में मार्च 2021 तक प्री-पेड मीटर लगाया जाना है।

ग्रामीण क्षेत्र में कुल लगभग 30 लाख अनमीर्टड उपभोक्ताओं को वर्ष 2019.20 में मीटर्ड किया जाना है। इसी तरह ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ष 2019.20 में एक लाख एवं वर्ष 2020.21 में 5 लाख संयोजनो पर प्री-पेड मीटर लगाया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों में 1000 से अधिक आबादी वाले मजरों में एल0टी0 बेयर कण्डक्टर के स्थान पर वर्ष 2019.20 एवं 2020.21 में क्रमशः 19923 मजरों एवं 28480 मजरों में एरियर बंच केबल लगाया जायेगा।

इसी तरह जी0आई0एस0 तकनीक के माध्यम से लाईनों एवं परिवर्तकों की मैपिंग कर अनुरक्षण कार्यों में दक्षता लाई जायेगी इससे जहाॅ एक तरफ उपभोक्ता सेवा में सुधार होगा वहीं विद्युत चोरी को रोकने में भी सहायता मिलेगी।
शहरी क्षेत्रों में लाईन हानियाॅ कम करने के लिये 30 हजार डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर पर डी0टी0 मीटर लगाने का कार्य भी किया जायेगा।

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