पलायन पर प्रवचन देने से गिरेबान में झांके तेजस्वी: राजीव रंजन

पटना:  तेजस्वी यादव पर पलटवार करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा “ जिस राजद के कारण कभी पूरा बिहार पलायन करने पर मजबूर हो गया था, उसके युवराज को पलायन पर कुछ बोलने से पहले 100 बार सोचना चाहिए. आज तेजस्वी यादव को बिहार से पलायन पर काफी चिंता हो रही है, उसके कारणों पर चर्चा करने के नाम पर उनकी घिग्घी बंध जाती है. तेजस्वी यादव बताएं कि आखिर उन्हें खुद बिहार से पलायन करके दिल्ली के आलिशान स्कूल में एडमिशन क्यों लेना पड़ा था?”
श्री रंजन ने कहा “ राजद के नेताओं के मुंह से विकास की बातें वैसे ही लगती हैं जैसे पाकिस्तान के मुंह से शांति की बातें. तेजस्वी यह जान लें कि यह उनके आतंकराज की ही देन है कि बिहार के लोगों, उद्योगपतियों, नामी डॉक्टरों आदि को न चाहते हुए भी राज्य से बाहर जाना पड़ा. उनके राज में कितने घर उजड़े हैं, कितनी माताओं की गोद सुनी हुई है और कितने बच्चे अनाथ हुए हैं, उसकी गिनती करना भी मुश्किल है. जातीय नरसंहार और नक्सली उग्रवाद के चलते खेती-किसानी चौपट हुई, वहीं हत्या, लूट और उद्यमियों-व्यवसायियों से फिरौती वसूलने के लिए अपहरण की बढ़ती घटनाओं के चलते व्यापार ठप पड़ गया था. ग्रामीण और शहरी, दोनों अर्थव्यवस्था को ध्वस्त कर राजद की तत्कालीन सरकार ने हर वर्ग के लोगों की रोज़ी रोटी छीनी और उनको पलायन के लिए मजबूर कर दिया.

राजद के ही कारण बिहारी शब्द का प्रयोग गाली के समान होने लगा था. लोग यह कभी भूल ही नहीं सकते कि कैसे एक परिवार की जिद और अहंकार के कारण बिहारियों को हर जगह अपमान झेलना पड़ता था और आज जब एनडीए सरकार के कारण बिहार का गौरव फिर से बहाल होने लगा है तो तेजस्वी अपने राज में हुए गुनाहों का ठीकरा एनडीए सरकार पर फोड़ना चाहते हैं. तेजस्वी जी यह जान लें कि बिहार की जनता उनके खेल को अच्छे से समझती है और दुबारा उनके बहकावे में कभी भी नहीं आने वाली.”

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