जिले के स्कूलों ने नहीं दिया शिक्षकों का ब्योरा

नोएडा: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा नजदीक है। ऐसे में स्कूलों की जरा सी लापरवाही विद्यार्थियों के भविष्य पर भारी पड़ सकती है। अंतिम तिथि जाने के बाद जिले के 45 माध्यमिक विद्यालयों ने अब तक बोर्ड को उनके यहां पढ़ा रहे शिक्षकों का डाटा नहीं दिया है। जिससे बोर्ड के सामने कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी निर्धारित करना मुसीबत बन सकता है। शिक्षा विभाग भी स्कूलों को लगातार रिमांइडर भेजकर डाटा अपलोड करने की हिदायत दे रहा है। लेकिन आदेशों पर अमल नहीं हो रहा है।

बता दें कि यूपी विधानसभा चुनाव के नतीजे जारी होने के बाद यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा होने की संभावना है। परीक्षा को ऑफलाइन आयोजित कराने के लिए जिले में 58 परीक्षा केंद्रों का भी ऑनलाइन निर्धारण हो चुका है। उधर बोर्ड भी नकलविहीन परीक्षाएं आयोजित करने के लिए बेहद सख्त है। पूर्व में हुई परीक्षाओं में शिक्षकों के नकल कराने के मामले सामने आने के बाद इस बार बोर्ड की नजर दागदार शिक्षकों पर भी है। ऐसे में बोर्ड ने जिले के 152 माध्यमिक विद्यालयों से उनके यहां पढ़ा रहे शिक्षकों का डाटा 20 फरवरी तक परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करने का आदेश दिया था, लेकिन 45 विद्यालयों ने समय निकलने के बाद भी ब्योरा नहीं दिया है। शिक्षा विभाग ने स्कूलों को अंतिम चेतावनी जारी करते हुए 28 फरवरी से पहले पूरा ब्योरा अपलोड करने के आदेश दिए हैं। यदि कोई विद्यालय निर्धारित समय पर डाटा नहीं देता है तो प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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