मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास

लखनऊ: मुख्यमंत्री द्वारा मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास गोरखपुर में डाॅ. नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकाॅल, उ0प्र0 की उपस्थिति में किया गया। सांसदगण एवं माननीय विधायकगण द्वारा भी इस आयोजन में प्रतिभाग किया गया।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग द्वारा मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में, पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण एक स्थल का चयन कर उसका पर्यटन विकास किए जाने हेतु योजना लागू की गई है, जिसके अन्तर्गत प्रत्येक चयनित स्थल पर पर्यटकों एवं श्रृद्धालुओं को सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं संबंधी विकास कार्य कराये जाएगें।

उत्तर प्रदेश के 373 विधान सभा क्षेत्रों में होने वाले विकास कार्यों हेतु रु0 180.00 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है, जिसका शिलान्यास एक साथ प्रदेश भर में किया गया। मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में रु0 50.00 लाख से पर्यटन विकास के कार्य कराये जाएगें।

मा0 मुख्यमंत्री जी ने बताया कि दीपोत्सव का आयोजन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा विगत 04 वर्षों से भगवान राम की नगरी अयोध्या में विभाग द्वारा भव्यरूप से कराया जा रहा है। वर्ष 2017 से आरम्भ किया गया यह उत्सव हर वर्ष एक नए आयाम को प्राप्त कर रहा है। इन आयोजनों में किम जोंग सुक, प्रथम महिला, कोरिया गणराज्य तथा श्रीमती वीना भटनागर, उप सभापति, संसद, फिजी गणराज्य जैसे गणमान्य अतिथियों द्वारा प्रतिभाग किया गया था।

इस वर्ष वाराणसी में देव-दीपावली का आयोजन वैश्विक स्तर पर कराया गया, जिससे विश्वभर के लोग इस त्यौहार के महत्व को जान सकें। काशी काॅरीडोर का कार्य भी तेजी से किया जा रहा है। काॅरीडोर के निर्माण से श्रृद्धालुओं को बाबा विश्वनाथ के दर्शन सुलभ हो सकेंगे। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी स्थलों का पर्यटन विकास कार्य कराया जा रहा है, जिससे अधिक से अधिक लोगो को पर्यटन के क्षेत्र में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त हो सकेंगे। इन सभी कार्यों से प्रदेश की अर्थव्यवस्था मजबूत हो सकेगी।

उत्तर प्रदेश में स्थित विश्व प्रसिद्ध स्मारक, प्राचीनकाल के शिलालेख, पेन्टिंग्स, पौराणिक महत्व के तीर्थ स्थल, प्राकृतिक सम्पदाएं, संस्कृति, धरोहरें, व्यजंन तथा हस्तशिल्प पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। उत्तर प्रदेश के लगभग प्रत्येक जनपद में महत्वपूर्ण धार्मिक, आध्यात्मिक, प्राचीन, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक स्थल विद्यमान हैं। इन विविध आकर्षणों को विश्व पटल पर अंकित करने एवं पर्यटन स्थलों के सतत् विकास एवं संवर्धन हेतु प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन विकास हेतु एक विशिष्ट क्षेत्र का विकास करने एवं उसे उच्च स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किये जानेे की आवश्यकता को दृष्टिगत रखते हुए मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा घोषणा की गई है कि ‘‘प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना अन्तर्गत एक पर्यटन स्थल को विकसित किया जायेगा।‘‘

मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना का मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश के प्रत्येक विधान सभा क्षेत्र के एक सर्वाधिक महत्वपूर्ण स्थल का चयन कर उसे उच्च स्तरीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना है। इस योजना के अन्तर्गत चयनित स्थलों पर अवस्थापना सुविधाओं का निर्माण होने से, जहाँ स्थानीय एवं घरेलू पर्यटन को बढ़ावा मिल सकेगा तथा अधिक से अधिक संख्या में अन्य प्रदेशों से भारतीय पर्यटक उत्तर प्रदेश भ्रमणार्थ उत्साहित होगें, वहीं उक्त योजनान्तर्गत चयनित स्थलों पर पर्यटन सेवा प्रदाताओं को आकर्षित किया जा सकेगा, जिससे प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होगें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सफल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना के अन्तर्गत विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इस योजना को तेज गति से आगे बढ़ाने में उत्तर प्रदेश पर्यटन की भूमिका एक नोडल विभाग के रूप में रहेगी। इस योजना के क्रियान्वयन से चयनित स्थलों सहित पूरे प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर अनुकूल प्रभाव पडे़गा तथा कोविड-19 के कारण बेरोजगार हुए कामगारों एवं श्रमिकों को भी रोजगार उपलब्ध कराने में यह योजना सहायक सिद्ध होगी।

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