साफ पानी की जगह दिल्लीवासियों को जहर बांट रहे हैं केजरीवाल: आदेश गुप्ता

नई दिल्ली:  दिल्ली के दर्जनों इलाकों में पानी की आपूर्ति महीनों से ठप्प है और जहां आपूर्ति हो रही है वहां नाले का गंदा पानी आ रहा है। इस समस्या को लेकर आज प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने संबोधित करते हुए कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल खुद तो जापानी कंपनी के आरओ का पानी पी रहे हैं और दिल्ली की जनता को अमोनिया युक्त जहरीला पानी पीने को मजबूर कर रहे हैं। मुख्यमंत्री दिल्लीवासियों को जहर बांट रहे हैं जो लंग्स किलर, किडनी किलर है और कई जानलेवा बिमारियों को न्योता देता है।

इस अवसर पर प्रदेश मीडिया सह-प्रमुख हरिहर रघुवंशी, दिल्ली जल बोर्ड सदस्य सतपाल मलिक एवं राजीव कुमार उपस्थित थे। प्रेस वार्ता के दौरान घरों में आ रहे गंदे पानी का वीडियो भी दिखाया गया और साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल के 2014 और 2019 के बयानों को दिखाया गया जहां विधानसभा चुनाव से ठीक पहले वह कई बार दिल्ली को 24 घंटे साफ पानी आपूर्ति और यमुना को स्वच्छ बनाने का वादा करते नजर आ रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि इससे ज्यादा हैरानी की बात नहीं हो सकती है कि दिल्लीवासियों को सर्दी के मौसम में भी पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि 24 दिसंबर को भाजपा ने जल बोर्ड ऑफिस के बाहर पानी की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया था तब दिल्ली जल बोर्ड के चेयरमैन की ओर से मेंबर टेक्निकल और मेंबर ड्रेनेज ने यह वादा किया कि दो दिन के अंदर टैंकर से पानी की आपूर्ति की जाएगी लेकिन आज भी लोगों तक पानी नहीं पहुंचा। प्रीत विहार, मयूर विहार, वसंत विहार, जैसे कई पॉश इलाके हैं जहां साफ पानी आना चाहिए था लेकिन पीने के पाइप से नाली का गंदा पानी आ रहा है। सीमापुरी, नंद नगरी, पटेल नगर, कोंडली, मदन गिरी, मंगोलपुरी, नजफगढ़ के तमाम इलाके, ग्रामीण इलाके जहां पाइपलाईन ही नहीं है, वहां पर भी टैंकरों से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड की यह प्राथमिक जिम्मेदारी है कि पानी जैसी मूलभूत आवश्यता को पूरा करवाए, लेकिन पूरी केजरीवाल सरकार गायब है, दिल्ली जल बोर्ड गायब है, केवल दिल्ली सरकार के मंत्री आरोप लगाने के लिए, अनर्गल बयानबाजी के लिए ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में आते हैं, लेकिन पानी की आपूर्ति क्यों नहीं हो रही है, टैंकर कहां गायब है इसका जबाव नहीं देते हैं।
मुख्यमंत्री केजरीवाल और उनके मंत्री कह रहे हैं कि यमुना में अमोनिया बढ़ गया है इसलिए आपूर्ति बंद है जबकि केजरीवाल ने सत्ता में आने से पहले यह कहा था कि हम युमना को इतना साफ कर देंगे कि वहां से सभी दिल्लीवासियों को पूरे दिनचर्या के लिए पानी की आपूर्ति होगी और अब इस झूठ की कीमत दिल्लीवासियों को चुकानी पड़ रही है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली में 13 कॉमन इफ्यूलेंट ट्रीटमेंट प्लांट लगे हैं, उसमें से सिर्फ 3 प्लांट ही काम कर रहे हैं, वहीं लगभग 720 एमजीडी सीवेज बनता है और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से सिर्फ 500 एमजीडी सीवेज ही ट्रीट होकर निकलता है। दिल्ली के अंदर 22 ड्रेन में 14 ड्रेन हैं जहां से बिना ट्रीट किया हुआ गंदा पानी सीधे यमुना में जा रहा है और मुख्यमंत्री सिर्फ प्रचार-प्रसार में व्यस्त हैं। केजरीवाल सरकार काम करने की बजाय हरियाणा पर आरोप डाल रही है। उन्होंने बताया कि केजरीवाल सरकार ने 15 एसटीपी और सीवेड सिस्टम संबंधित योजना के लिए 2015-16 में 3659 करोड़ रुपए का एक्शन प्लान बनाया था लेकिन वास्वकिता उनके एक्शन प्लान से कोसों दूर है। नौबत यह आ गई है कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और दिल्ली जल बोर्ड के वाइस चेयरमैन राघव चड्ढा के विधानसभा क्षेत्रों में भी पानी नहीं आ रहा है। करोल बाग विधानसभा, बलजीत नगर, पटेल नगर, इंद्रपुरी, रोहताश नगर, तिकोना पार्क, कच्चा अशोक नगर, नंद नगरी, स्कूल ब्लॉक शकरपुर, सुभाष पार्क एक्सटेंशन, किराड़ी विधानसभा, न्यू राजेंद्र, ओल्ड राजेंद्र नगर, कोंडली जैसे तमाम क्षेत्रों की सूची है जहां लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस बच्चे, राघव चड्ढा को मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली जल बोर्ड का कार्यभार सौंपा है उसे उसकी जिम्मेदारियों से अवगत कराएं और बताएं कि सिर्फ बयानबाजी करने से पानी की आपूर्ति नहीं होगी बल्कि उसके लिए काम करना होगा।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि विपक्ष का विधायक होने के बावजूद 2003 से 2008 तक वह दिल्ली जल बोर्ड के सदस्य रहे क्योंकि उस समय की सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड में विपक्ष का एक विधायक रखा ताकि दिल्ली के लोगों का पक्ष रख सके। केजरीवाल सरकार को भी विपक्ष के नेता को दिल्ली जल बोर्ड का सदस्य बनाना चाहिए था लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि कई बार मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्लीवासियों को 24 घंटे स्वच्छ पानी देने की घोषणा की और उसके लिए उठाए जाने वाले कदमों को घोषणा पत्र में भी लिखा। जिसके अनुसार युमना के किनारे जो जमीन है उसे किराए पर लेकर गढ्डे खोदकर उसमें बरसात का पानी जमा किया जाएगा और उस पानी को ट्रीट करके सप्लाई किया जाएगा, वजीराबाद के आसपास बरसात के पानी को रोका जाएगा और ट्रीट करके पीने योग्य बनाकर सप्लाई किया जाएगा लेकिन असल में इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने बताया कि केजरीवाल सरकार ने वादा किया था कि हिमाचल प्रदेश सरकार के साथ समझौते पर करार होगा जिससे 24 घंटे दिल्ली को पीने का पानी मिलेगा, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस ओर भी कदम नहीं उठाया। उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए केंद्र ने भी दिल्ली सरकार को सैंकड़ों करोड़ों रुपए दिए लेकिन एक भी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट नहीं बनाया गया। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार से बात करके सोनिया विहार में पानी आपूर्ति के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मदन लाल खुराना के प्रयासों को पूर्व मुख्यमंत्री स्व. साहिब सिंह वर्मा ने सफल बनाया, लेकिन केजरीवाल सरकार ऐसे प्रयास करने में भी असफल है क्योंकि उनकी नीयत काम करने की नहीं है। उन्होंने कहा कि 60-70 प्रतिशत पानी के टैंकर कभी गरीबों तक नहीं पहुंचते हैं बल्कि इंडस्ट्रीज में पहुंचते हैं और कई ऐसे घोटाले भी समय-समय पर उजागर हुए हैं। आज स्थिति यह है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्लीवासियों की समस्या को सुनने को तैयार नहीं है। भाजपा दिल्लीवासियों की मूलभूत समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्षरत है और दिल्लीवासियों को उनका हक दिलवा कर रहेगी।

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