दिल्ली बंद करवाने में फेल होने पर केजरीवाल हाउस अरेस्ट होने का कर रहे हैं नाटक

नई दिल्ली:  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अपील के बाद भी दिल्ली में भारत बंद बेअसर है इसलिए वह नजरबंद किए जाने का ढोंग कर रहे हैं और धरने पर बैठे निगम के नेताओं को हटाने के लिए दिल्ली पुलिस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आज प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित कर कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल अपनी विफलता छुपाने के लिए  झूठ बोल रहे हैं, वह नजरबंद नहीं हैं बल्कि दिल्ली बंद करवाने में फेल होने पर नजरें चुरा रहे हैं। प्रेस वार्ता के दौरान दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी का बयान दिखाया गया जिसमें वह साफ कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री केजरीवाल को किसी भी रूप में हिरासत में नहीं लिया गया है। प्रेस वार्ता में दिल्ली भाजपा पूर्व अध्यक्ष व विधायक विजेंद्र गुप्ता, विधायक मोहन सिंह बिष्ट, ओम प्रकाश शर्मा, अजय महावर, जितेंद्र महाजन, अनिल बाजपेई और अभय वर्मा उपस्थित थे।
आदेश गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बड़े ही जोर शोर से दिल्ली बंद करवाने का दावा किया लेकिन असफल रहने पर हाउस अरेस्ट किए जाने का नया शगूफा छेड़ा, लेकिन उनका झूठ पकड़ा गया और अब सब के सवालों से बचने के लिए नए-नए तिकड़म लगा रहे हैं। दिल्ली के व्यापारियों और लोगों ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के दिल्ली बंद के आह्वान को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली के लोगों की समस्याओं का समाधान करने की बजाय दिल्ली में अराजकता का माहौल बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि निगम विपरीत परिस्थितियों में भी सेवक के रूप में काम कर रहा है लेकिन केजरीवाल सरकार उनका सहयोग नहीं कर रही है। निगम के महापौर, उपमहापौर, पार्षद सहित कई निगम नेता जिसमें महिलाएं भी है, वह मुख्यमंत्री आवास के बाहर इस ठंड में फुटपाथ पर बैठकर निगम के हक का पैसा मांग रहे हैं लेकिन केजरीवाल संवेदनहीन बने हुए हैं। निगम के नेता ना सही लेकिन दिल्ली के नागरिक समझ कर ही मुख्यमंत्री केजरीवाल उनसे मिल सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि निगम की सुविधाओं का लाभ दिल्ली वासियों को ही मिलता है लेकिन केजरीवाल सरकार निगम को उसके हक का पैसा नहीं देना चाहती है वहीं दिल्ली जल बोर्ड को लगभग 50,000 करोड़ रुपए दे दिए जो घाटे में चल रहा है। केजरीवाल सरकार का 65,000 करोड़ रुपए का बजट है जिसका उपयोग सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री केजरीवाल अपने प्रचार के लिए करते हैं क्योंकि जनहित की समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं है और इन्हीं सवालों से बचने के लिए घर में छिपे बैठे हैं।
नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि तीनों नगर निगम लंबे समय से केजरीवाल सरकार से अपने बकाए फंड की मांग कर रही है लेकिन केजरीवाल सरकार की ओर से कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जानकारी मिली है कि केजरीवाल सरकार मुख्यमंत्री आवास के बाहर बैठे निगम नेताओं पर हमला करवाने की साजिश कर रही है लेकिन हम हमले के डर से पीछे हटने वाले नहीं हैं। हमारा संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक केजरीवाल सरकार नगर निगम के बकाए फंड को जारी नहीं कर देती है।
विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि हाउस अरेस्ट किए जाने को लेकर जो झूठ मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है उससे दिल्ली ही नहीं पूरा देश ही अचंभित है। दिल्ली का मुख्यमंत्री किस हद तक झूठ बोल सकता है और अपनी जिम्मेदारियों से भाग सकता है यह इसका साफ उदाहरण है। उन्होंने कहा कि साजिशन केजरीवाल सरकार निगमों को दबाने का काम कर रही है ताकि उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पूरी हो सके लेकिन दिल्ली भाजपा उनके नकारात्मक मंसूबों को सफल नहीं होने देगी।

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