कला अभिरूचि पाठ्यक्रम के नवें दिन ‘कलाकृतियों की यात्रा‘ विषय पर व्याख्यान

लखनऊ: दिनांक 08 फरवरी, 2019 राज्य संग्रहालय में दिनांक 30 जनवरी से 16 फरवरी 2019 तक आयोजित होने वाले कला अभिरुचि पाठ्यक्रम के नवें दिन आज को मुख्य वक्ता के रूप में राज्य संग्रहालय, लखनऊ की सहायक निदेशक रेनू द्विवेदी ने जल ;कलाकृतियों की यात्राद्ध विषय पर विशिष्ट व्याख्यान देते हुए संग्रहालय की प्रकृति एवं इसके कार्य प्रणाली को बहुत ही सहजता के साथ व्याख्यायित किया।
किसी भी संग्रहालय को विभिन्न प्रकार के पुरावशेष किन-किन प्रकारों से प्राप्त होते हैं, उसको विस्तार से व्याख्यायित करते हुए उन्होंने बताया की ये पुरावशेष सर्वेक्षण एवं उत्खनन के दौरान प्राप्त होने के साथ-साथ क्रय एवं दान के रूप में मिलती हंै। कलाकृतियों के संबंध में वक्ता द्वारा बताया गया कि सर्वप्रथम उत्खनन के माध्यम से कलाकृतियों की खोज की जाती हंै। तत्पश्चात् संग्रहालयों, का संरक्षण एवं प्रदर्शन हेतु प्र्रदान की जाती है। प्रत्येक कलाकृति को उसके कालक्रम के अनुसार विभाजित कर सुरक्षित रखा जाता है। कलाकृतियों के विभाजन के पश्चात् उसके अभिलेखीकरण की प्रक्रिया पूर्ण की जाती है, जिसमें कलाकृतियों को किस माध्यम से संग्रहालय में प्राप्त किया गया है, से लेकर उसके तिथिक्रम, माध्यम, तथा प्रत्येक कलाकृति की विशेषताओं को भी एक्सेशन रजिस्ट्रर पर अंकित किया जाता है। ऑब्जेक्ट्स के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करने के लिए सूचीकरण का कार्य भी आवश्यक है। जहां एक ओर यह संग्रहालय स्टाफ को मदद करता है वहीं दूसरी ओर आम जनता के लिए उपयोगी के साथ ही विद्वानों के विस्तृत अध्ययन के लिए भी महत्वपूर्ण है। संग्रहालय में कलाकृतियों के प्रदर्शन पर भी प्रकाश  डालते हुए श्रीमती द्विवेदी द्वारा बताया गया कि राज्य संग्रहालय, लखनऊ एक बहुउद्देशीय संग्रहालय है। यहां पर विभिन्न प्रकार के संग्रह हंै, जिनकी पृथक-पृथक वीथिकाओं में यथा पुरातत्व,मुद्रा,जैन,चित्रकला ,सज्जा कला,अस्त्र शस्त्र,अवध की नबाबी  कला के साथ साथ प्राकृतिक विज्ञान वीथिका में प्रदर्शित किया गया है।
कार्यकम का संचालन डाॅ0 मीनाक्षी खेमका, सहायक निदेशक (सज्जा कला) ने किया। कार्यकम के अन्त में डाॅ0 आनन्द कुमार सिंह, निदेशक उ0प्र0 संग्रहालय निदेशालय ने कलाकृतियों की यात्रा विषय पर अत्यन्त सजीवता के साथ विद्यार्थियों के मध्य दिये गये व्याख्यान के लिए विद्वान वक्ता को धन्यवाद ज्ञापन करने के साथ-साथ प्रतिभागियों तथा अतिथियों एवं पत्रकार बन्धुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।

Facebook Comments