मनोज मनु ने आई जी और एसएसपी को पत्र देकर गिरफ्तारी की मांग की

पटना: जदयू  बिहार के प्रदेश सचिव मनोज लाल दास ने मुख्यमंत्री, डी जी और पटना के एसएसपी को पत्र लिखकर कहा कि  28 मई 2020 को ही प्रज्ञा आनंद को उसके ससुर रिटायर्ड डी एस पी के एम लाल ,सास रोमा लाल पति सुमित कुमार ने  दहेज के लिये जला कर मार दिया था। प्रज्ञा आनन्द के हत्या के  आरोपित ससुर रिटायर्ड डीएसपी के एम लाल व सास रूमा लाल उर्फ रोमा लाल को पटना  जिला सत्र न्यायधीश ने जमानत खारिज कर दी । राजीवनगर पुलिस ने अभी तक दोनो को जानबूझकर कर गिरफ्तार नही कर रही है।पुलिस के इस रबैये से  सरकार की बदनामी हो रही ।

प्रज्ञा के सास, ससुर व पति ने  प्रज्ञा द्वारा किरासन तेल से खुद जलकर आत्महत्या करने सम्बन्धी UD केश राजिबनगर थाना में दर्ज करा दी थी। इसकी सूचना जब प्रज्ञा के परिजन को प्राप्त हुआ तो वे मुंबई से पटना पहुच कर मृतक प्रज्ञा की माँ बेबी दास ने राजीव नगर थाना में दहेज के लिये जलाकर हत्या करने का मुकदमा दर्ज कराया जिसका कांड संख्या 160/2020 है। ASP लॉ एंड आर्डर कोतवाली श्री स्वर्ण प्रभात (आईपीएस) ने मामले की  जांच कर  01 जून 2020 को ही अपने पर्यवेक्षण प्रतिबेदन में प्रज्ञा आनन्द के मौत को दहेज हत्या मानते हुए राजिबनगर थाना को मुख्य अभियुक्त प्रज्ञा आनन्द की सास रूमा लाल उर्फ रोमा लाल ससुर मधुबनी जिले के हरिपट्टी निवासी रिटार्यड डीएसपी के एम लाल उर्फ बलराम और उसके पति सुमित आनन्द को दोषी करार देते हुए गिरफ्तार करने का निर्देश दिया।पुलिस ने  प्रज्ञा आनन्द के पति सुमित  को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

लेकिन रोमा लाल एवं उसके पति रिटायर्ड डीएसपी को आज तक गिरफ्तार नही किया है।ASP लॉ एंड आर्डर ने यह भी निर्देश दिया था कि गिरफ्तारी न होने पर कुर्की जब्तीकरने का निर्देश दिया लेकिन राजीवनगर थाना बेटे को गिरफ्तार  कर जेल भेज दिया लेकिन दोनो सास ससुर को खुला छोड़ दिया है। राजिबनगर थाना ने 13 महीने बीत जाने के बाद भी रिटार्यड डी एस पी के एम लाल और पत्नी रोमा लाल अग्रिम जमानत के लिये पटना में घूम रहे है लेकिन पुलिस गिरफ्तार नही कर रही है।  दोनों प्रज्ञा आनन्द के साढ़े तीन साल की बच्ची ईशा और सवा साल के बेटे शान को लेकर अपने डेरा राजीव नगर एक और रिटायर्ड डी एस पी होमगार्ड के अलकापुरी गर्दनीबाग आवास पर रह रहे है। इतना ही नही कुछ दिन प्रोविजनल जमानत पर रहने के दौरान प्रज्ञा की एक बहन और माँ पर घर मे घुसकर रिवाल्वर दिखाने का झूठा केश भी कोर्ट में करा दी ,ताकि प्रज्ञा के घर वाले मुकदमा उठा ले।प्रज्ञा के पिता पवन लाल दास अपने बच्ची प्रज्ञा के हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिये मधुबनी से पटना तक दौर लगाते लगाते 30 जून को आखिर में मौत भी हो गयी।लेकिन पुलिस वाले का दिल नही पसीजा।पटना की अदालत ने राजीब नगर थाना ने 31 मार्च को ही रिटायर्ड डी एस पी के एम लाल और उसके पत्नी रोमा लाल के खिलाफ 82 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया लेकिन राजीवनगर थाना दोनो के हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत का इंतज़ार कर रही है।

श्री मनु ने मुख्यमंत्री डी जी पी और पटना के एस एस पी से अपील की है दोनो को बचाने बाले राजीव नगर थाने के सलग्न पुलिस अधिकारी को मुअत्तल कर दोनों को जल्द गिरफ्तारी की जाय।जिससे महिला सुरक्षा के लिये कटिबद्ध सरकार को बदनाम कराने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई हो सके।

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