उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक ई-कंटेंट अपलोड करने वाले शिक्षक होंगे पुरस्कृत

लखनऊ:  अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा मोनिका एस गर्ग ने बताया कि प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में नई शिक्षा नीति-2020 के क्रियान्वयन का कार्य प्रगति पर है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 शिक्षा के क्षेत्र में एक बेहतरीन, नवोन्मेशी प्रयासों, तकनीक के कुशल प्रयोग का श्लाघनीय कदम है, जिसके समावेश से भारत के युवाओं को देश के बारे में और इसकी विविध सामाजिक, सांस्कृतिक एवं तकनीकी आवश्यकताओं के बारे में ज्ञानवान बनाते हुए राष्ट्रीय गौरव, आत्मविश्वास एवं परस्पर सहयोग से देश सतत ऊँचाईयों की ओर बढ़ने में सक्षम होगा।
भारतीय संस्कृति में दान का सर्वाधिक महत्व है और दान में विद्यादान सबसे बड़ा दान माना जाता है। मोनिका एस. गर्ग ने बताया कि विद्यादान की इसी महत्ता को ध्यान में रखते हुए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा माह सितम्बर एवं अक्टूबर 2020 को विद्यादान माह के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है। इस हेतु उच्च शिक्षा विभाग द्वारा अल्पव्यय एवं रिकार्ड समय (02 माह) में ई-कन्टेन्ट पोर्टल एन०आई०सी० के सहयोग से विकसित किया गया है, जिसमें सभी राज्य विश्वविद्यालय/निजी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालय के शिक्षकगण स्वेच्छा से गुणवत्तापरक ई-कन्टेन्ट अपलोड कर रहे हैं। पोर्टल 05 सितम्बर, 2020 से प्रयोगात्मक रूप से क्रियाशील हो गया है, जो उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी के नाम से जाना जाता है।

उन्होंने बताया कि लाइब्रेरी न केवल प्रदेश के बल्कि सम्पूर्ण देश के छात्रों के लिये निःशुल्क रूप से सुलभ रहेगा। छात्रों के हित में ई-कन्टेन्ट को बढ़ावा देने के लिए शिक्षकों द्वारा अधिक से अधिक ई-कन्टेन्ट उपलब्ध कराए जाने के उद्देश्य से माह सितम्बर-अक्टूबर, 2020 को विद्यादान माह के रूप में मनाये जाने का निर्णय लिया गया है।

मोनिका एस. गर्ग ने बताया कि उप मुख्यमंत्री द्वारा उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा डिजिटल लाइब्रेरी में विद्यादान माह के दौरान प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालय/निजी विश्वविद्यालय/महाविद्यालय/सहायता प्राप्त अशासकीय महाविद्यालय के अध्यापकगण अधिक से अधिक संख्या में ई-कन्टेन्ट अपलोड करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु 06 श्रेणियों में शिक्षण संस्थाओं एवं शिक्षक को पुरस्कृत किये जाने का निर्णय लिया गया है।

इस श्रेणी में राज्य और निजी विश्वविद्यालय की कैटेगर के अन्तर्गत सब से अधिक ई-कन्टेट अपलोड करने वाले 03 राज्य/निजी विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालय की कैटेगरी में अपने से सम्बद्ध सभी महाविद्यालयों के शिक्षकों को अभिप्रेरित करते हुए उनसे अधिक से अधिक ई-कन्टेन्ट अपलोड कराने वाले 03 राज्य विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों की कैटेगरी में राजकीय महाविद्यालय, अशासकीय सहायता प्राप्त महाविद्यालय तथा स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों में से सब से अधिक संख्या में ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले 07 महाविद्यालय, नोडल विश्वविद्यालय की कैटेगरी में ई-कन्टेन्ट विकसित करने हेतु विषयवार चयनित नोडल विश्वविद्यालय में से जिन्होंने चयनित किसी विषय में सबसे अधिक यकम से कम 70 प्रतिशतद्ध ई-कन्टेन्ट अपलोड किया है, ऐसे 03 नोडल विश्वविद्यालय, विषयवार कैटेगरी में प्रत्येक विषय में सबसे अधिक ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले 02 शिक्षक तथा सभी विषयों की कैटेगरी में पूरे प्रदेश में सब से अधिक ई-कन्टेन्ट अपलोड करने वाले 10 शिक्षकों को पुरस्कृत किया जायेगा।

Facebook Comments