“गाँधी एवं दलित” विषय पर विमर्श आयोजित

पटना:  ०५ जुलाई, महात्मा गाँधी की १५० जयंती और पप्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की ३३वी पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर स्थानीय विद्यापति भवन में “गाँधी एवं दलित” विषय परआयोजित व्याख्यान में पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बिहार विधानपरिषद् के सदस्य डॉ. संजय पासवान ने घोषणा की कि बिहार के मधेपुरा जिला के बभनगामा ग्राम में जगजीवन राम जातिअध्ययन एवं शोध संस्थान बनेगा. इस प्रस्ताव का जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर और जाने माने समाजशास्त्री डॉ. आनंद कुमार बतौर मुख्य वक्ता के रूप में शामिल होतेहुए समर्थन किया और कहा की यह एक ऐतिहासिक संस्थान होगा जिसमे देश ही नहीं बल्कि विदेश के भी लोग शोध करने आएंगे.

इस मौके पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी बतौरउद्घाटन करता के रूप में मौजूद थे. कार्यक्रम ५५ वर्ष पुराणी गाँधी ज्ञान मंदिर मधेपुरा और कबीर के लोग नामक संस्था ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था. कार्यक्रम में गाँधी ज्ञान मंदिरके संस्थापक दीनानाथ प्रबोध, भोला पासवान शास्त्री कॉलेज के पूर्व प्राचार्य देव नारायण पासवान देव, पटना विश्वविद्यालय के समाजशास्त्री रघुनन्दन शर्मा, चिति फाउंडेशन केकृष्णकांत ओझा, समाजशास्त्री तेजकर झा, सहित अन्य वक्ताओं ने अपने विचार रखें. कार्यक्रम का संचालन अमलेश राजू जबकि धन्यवाद सोशल एक्टिविस्ट कबीन्द्र कुमार सिंह नेकिया.

गाँधी एवं दलित विषय पर अपने व्याख्यान में डॉ. आनंद कुमार ने कहा कि गाँधी एक राज घराने के बड़े अधिवक्ता होते हुए भी जिस तरह देश की आज़ादी के लिए पूरा जीवन आम जान कितरह रहे यह हमारे पुरे देश का सौभाग्य है. गाँधी एक निष्काम योगी की तरह पुरे विश्व में पूजे जाते है. भले ही कुछ लोग गाँधी को दलितों के विषय में उनके विचार के लिए निंदा करते होलेकिन इस में कोई संदेह नहीं है कि गाँधी नहीं होते तो हम आज इस तरह चैन से रह  नहीं सकते थे. गाँधी ने दलितों के लिए जो किया उसी का अनुसरण करते हुए बाबू जगजीवन राम ने पुरेजीवन उसे ढोया और आंदोलन का रूप दिया. आनंद कुमार ने कहा की जाति व्यवस्था हमारी जड़ो में है और इसे समाप्त करने का बीड़ा गाँधी जी, डॉ. आंबेडकर और बाबू जगजीवन रामसरीखे अनेक समाज सेवियो ने चलाया.

डॉ. आंबेडकर और गाँधी समाज के चिंतक थे और रहेंगे. भारत के निर्माण में दलितों की भूमिका को कही से भी नज़र अंदाज नहीं किया जा सकता हैऔर इसीलिए जगजीवन राम जैसे व्यक्ति को पूरा देश बाबू जी के नाम से सम्भोधित कर आदर दे रहे.

उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा की गाँधी और आंबेडकर में दलितों के जिन कुछ विषयो को लेकर मत भिन्नता थी उसे अपने आंदोलनों में शामिल कर जगजीवन राम ने बीच का रास्तानिकलने का काम किया मोदी ने कहा कि दलितों के उद्धार के लिए गाँधी के योगदान को देश सदा याद रखेगा. आज संसद और विधान सभा में दलितों को जो आरक्षण मिला हुआ है वो गाँधीऔर आंबेडकर की देन है.

डॉ. संजय पासवान ने कहा कि जाति यतार्थ और जाति वाद व्यर्थ फिर भी हिन्दू समाज समर्थ. इसी दर्शन को लेके आगे शोध और बोध का काम जगजीवन राम संस्थान करेगा. पासवान नेकहा की ये अपने आप में नए तरीके शोध संस्थान होगा जिसे देश विदेश के लोग देखने आएंगे.

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