तेजस्वी यादव को लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास नही: मनोज शर्मा

बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक श्री मनोज शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि लालू यादव को सजा एक न्यायिक प्रक्रिया है और इसमे कोई राजनीति नही है इसके बावजूद सरकारी मशीनरी पर तेजस्वी यादव आरोप लगा रहे हैं। ये वो लोग है जिन्होंने सरकारी मशीनरी का भरपूर दुरुपयोग किया है। सरकारी मशीनरी किसी खास व्यक्ति या खास नेता के लिए काम नहीं करती है। सरकारी मशीनरी एक ऐसी व्यवस्था है इसके तहत सुचारू रूप से सरकार चलाई जाती है।

अब तेजस्वी यादव जैसे लोग ऐसी लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठा रहे हैं शायद उन्हें जांच एजेंसियों के बारे में पता ही नहीं है कि ये संस्थाएं कभी भी व्यक्ति के पद, ओहदे  या पावर को देखकर काम नही करती है।  तेजस्वी यादव की हालत इसलिए भी खराब है क्योंकि पूरा परिवार ही किसी न किसी जांच एजेंसी के दायरे में है। तो तेजस्वी यादव अपनी भड़ास उस के माध्यम से सरकार पर निकाल रहे है। 
दूध का जला छाछ भी फूंक-फूंक कर पीता है। शायद तेजस्वी यादव को यह पता नहीं कि जब उनके पिता लालू प्रसाद यादव को मुख्यमंत्री रहते जेल जाना पड़ा था। उस समय लालू यादव समर्थित केंद्र के एच डी देवगौड़ा की सरकार थी। केस उसी शासनकाल में हुआ था। फिर भी तेजस्वी यादव ने आय से अधिक संपत्ति बना कर खुद जांच एजेंसियों के दायरे में आ गए। अब तेजस्वी यादव यह बताएं कि 32 साल की उम्र में उन्होंने 50 से ज्यादा संपत्तियां बनाई है, इसका हिसाब कौन देगा? मिट्टी घोटाला से लेकर मॉल घोटाला किये, इसका जवाब कौन देगा? दरअसल तेजस्वी यादव और उनका पूरा परिवार लोकतंत्र में विश्वास नहीं करता है। इन्हें लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास नहीं है। इनके माता-पिता के शासनकाल में जिस तरह से अनुशासनहीनता के साथ सरकार चलाई जाती थी, आज भी यह वही सोच रहे हैं। लेकिन पिछले 17 साल में बिहार और पिछले 8 साल देश में बहुत कुछ बदल चुका है। तेजस्वी यादव यदि यह सोच रहे हैं कि राजा का बेटा खास होगा, उसके लिए जांच एजेंसी कुछ नहीं करेगी तो, तो वो भ्रम में है।

Facebook Comments