चिकित्सा के तकनीकी एवं मेडिकल स्टाफ में आवश्यकतानुसार वृद्धि की जाए: CM योगी
Date posted: 26 अगस्त 2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने यहां लोक भवन में प्रेस प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि प्रदेश में प्रतिदिन 85 हजार से अधिक रैपिड एन्टीजन टेस्ट तथा 45 हजार से अधिक आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट अवश्य किए जाएं। इसके अतिरिक्त, टूªनैट मशीन के माध्यम से भी अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएं। उन्होंने जनपद कानपुर नगर, लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी तथा बलिया में विशेष सतर्कता बरतने तथा अधिक से अधिक टेस्ट करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा है कि इस सम्बन्ध में कारगर रणनीति तैयार करते हुए उसका प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के नियंत्रण व उपचार सम्बन्धी विभिन्न गतिविधियों को सुचारु ढंग से संचालित करने में इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है। बेहतर सर्विलांस ही मृत्यदर को नियंत्रित कर सकता है। इसलिए सभी जनपदों मंे इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेण्टर के कार्यों की नियमित माॅनिटरिंग की जाए। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कोविड चिकित्सालयों में बेड्स की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड अस्पतालों की चिकित्सा सुविधाओं को गुणवत्तापरक बनाए रखा जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ नियमित राउण्ड लें। अस्पतालों में मेडिकल तथा तकनीकी स्टाफ में आवश्यकतानुसार वृद्धि की जाए। उन्होंने चिकित्सा कर्मियों को मेडिकल संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए इनके प्रशिक्षण कार्य को निरन्तर जारी रखने के निर्देश दिए।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार की आॅनलाइन ओ0पी0डी0 सेवा ‘ई-संजीवनी’ अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रही है। बड़ी संख्या में मरीज इस सुविधा का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिए है कि ‘ई-संजीवनी’ सेवा का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग इस आॅनलाइन ओ0पी0डी0 सेवा का लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने डोर-टू-डोर सर्वे कार्य में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा है कि इस कार्य में आवश्यकतानुसार अतिरिक्त टीमें लगाई जाएं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि राज्य सरकार ने पर्याप्त मात्रा में खाद की व्यवस्था की है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को समय से खाद मिलती रहे तथा खाद की कालाबाजारी करने वालो पर सख्त कार्यवाही किया जाए। यदि कहीं भी खाद की कालाबाजारी हो तो इसमंे संलिप्त लोगों के खिलाफ एन0एस0ए0 के तहत कार्यवाही की जाए। उन्होंने बताया कि किसी प्रकार की अनियमितता आने पर कार्यवाही की जा रही है। अभी तक खाद की कालाबाजारी करने वाले 50 लोगों के विरूद्ध एफ0आई0आर0 दर्ज की गयी है।
श्री अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने गोवंश की नस्ल सुधार का अभियान संचालित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा है कि इससे उच्च दुग्ध उत्पादन क्षमता वाली मादा संतति (बछिया) होंगी, जिससे दुग्ध की उपलब्धता में वृद्धि होगी। इससे जनता एवं पशुपालक लाभान्वित होंगे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश भी दिए हैं।
श्री अवस्थी ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहकारिता विभाग के अन्तर्गत राज्य भण्डारण निगम द्वारा प्रदेश की 37 मण्डियों में निर्मित किये जाने वाले 05-05 हजार मीट्रिक टन भण्डारण क्षमता के नये भण्डार गृहों का ई-शिलान्यास किया। इस अवसर मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि कोरोना काल में भी प्रदेश सरकार अन्नदाता किसानों के हित में नई-नई योजनाओं को लेकर आगे बढ़ रही है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लाॅकडाउन के दौरान विशेष आर्थिक पैकेज की घोषणा की थी। इस पैकेज के अन्तर्गत एक लाख करोड़ रुपये कृषि इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास में दिये गये हैं।
अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि केन्द्र व राज्य सरकार किसानों की आय को दोगुना करने के लिए संकल्पित हैं। वर्तमान सरकार किसानों को उनकी लागत का डेढ़ गुना देने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। इसके परिणामस्वरूप परम्परागत खेती से विमुख होने वाले किसानों के लिए पुनः खेती में सम्भावनाएं बढ़ रही है। उन्होंने कहा है कि किसानों के हित में जो भी आवश्यक कार्य होंगे उसे राज्य सरकार करेगी। उन्होंने बताया कि देश और दुनिया में जहां भी किसानों के हितों में कार्य हो रहे हैं, उनका अध्ययन कर देश की रीढ़ अन्नदाता के हितो में राज्य सरकार आवश्यक कदम उठायेगी।
श्री अवस्थी ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा की गयी कार्यवाही में अब तक धारा 188 के तहत 2,02,358 लोगों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई। प्रदेश में अब तक 1,34,01,952 वाहनांे की सघन चेकिंग में 69,464 वाहन सीज किये गये। चेकिंग अभियान के दौरान 68,36,29,989 रूपए का शमन शुल्क वसूल किया गया। आवश्यक सेवाओं हेतु कुल 4,32,544 वाहनों के परमिट जारी किये गये हैं। उन्होंने बताया कि कालाबाजारी एवं जमाखोरी करने वाले 1106 लोगों के खिलाफ 821 एफआईआर दर्ज करते हुए 391 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। फेक न्यूज के अन्तर्गत अब तक 2342 मामलों में संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही की गयी है। प्रदेश के 14,957 कन्टेनमेंट जोन के 1186 थानान्तर्गत 14,09,142 मकानों के 81,23,486 लोगों को चिन्हित किया गया है। इन कन्टेनमेंट जोन में कोरोना पाॅजिटिव लोगों की संख्या 36,824 है।
Facebook Comments