जिला अस्पताल में सात घंटे भटकने के बाद भी नही मिला महिला को प्राथमिक उपचार

नोएडा: जिला अस्पताल की बीमार व्यवस्था से यहा आने वाले मरीज व  भर्ती मरीज सभी परेशान हैं। अब हालात इतने बिगड़ गए हैं कि जिला अस्पताल में उपचार के लिए डॉक्टर ही खोजे नहीं मिलते हैं। मिलते भी है तो सीधे मुँह किसी से बात नही करते है। जिसकी वजह से मजबूरी में लोग निजी चिकित्सकों की शरण में पहुंच कर किसी तरह से बीमारी पर काबू पा रहे हैं। डॉक्टरों की इस मनमानी के कारण कई बार मरीजों की हालत बिगड़ जाती और जान पर बन आती है।इन स्थितियों के चलते ही एक गंभीर स्थिति में आयी महिला को इलाज के लिए सात घंटे तक भटकना पड़ा।

मामला नोएडा में सैक्टर-30 स्थित जिला अस्पताल का है। यहा मंगलवार को गंभीर स्थिति में लायी गयी महिला को सात घंटे भटकने के बाद भी इलाज नही पाया। परिजनों के हंगामा करने के बाद महिला को बिना प्राथमिक उपचार के ही दिल्ली रेफर कर दिया।बता दे कि अभिजीत बिश्वास अपनी बहन तृप्ती दास के नोएडा के निठारी गांव में रहता है।कल इसकी बहन को उसके पति ने बहुत मारा जिससे उसको गंभीर चोटे आयी।जिसके बाद सुबह छः बजे महिला को जिला अस्पताल ले जाया गया।यहा सात घंटे बीत जाने के बाद भी महिला को प्राथमिक उपचार तक नही दिया।अस्पताल में परिजनों के हंगामा के बाद आलोचना से बचने के लिए सीएमएस ने मामले को दिल्ली रेफर कर दिया।जब इस सम्बंध में सीएमएस सुषमा चंद्रा से की तो उन्होंनें बताया कि मामला संज्ञान में आते ही इस विषय में सर्जन से बात की उन्होंनें बताया कि महिला का इलाज हमारे अस्पताल में नही हो सकता।अत: इसको दिल्ली रेफर कर दिया गया है।

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