कायस्थ समाज के अलप आयु क्रांतिकारी स्व चतुरानन दास जी के जयंती पर श्रधांजलि सभा

पटना: कर्ण कायस्थ कल्याण मंच व नव चेतना चित्रगुप्त परिषद ने संयुक्त रूप से स्वाधीनता आंदोलन के सेनानी ब्रिटिश हुकूमत के दौरान सबसे अधिक वोट से विधानसभा के सदस्य रहे मात्र 42 साल में मृत्यु हो गयी चतुरानन दास की जयंती के अवसर पर कंकड़बाग में आज उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी। सभा की अध्यक्षता मंच के महासचिब संजय कुमार तथा संचालन परिषद के नवीन नवेन्दु ने की।
आज ही सुबह 11बजे स्व दास के पुत्र 102 साल के शारदानन्द नन्द दास ने भी इस दुनिया को छोड़ दिया इस अवसर पर जदयू के प्रदेश सचिव मनोज लाल दास मनु ने कहा कि चतुरानन दास अपने अलप जीवन काल मे हमेशा देश को आजादी दिलाने के लिये दृढ़ शक्ति के स्वामी थे।अंग्रेजो के खिलाफ़ उन्हों कमर कस ली थी।मात्र 42 साल के उम्र में अपना प्राण त्यागने बाले मधुबनी जिले के भच्छी गांव के स्व दास ने अनेको बार जेल की यातना के बाबजूद पथ से नही हटे।विधानसभा में किसानों की समस्याओं को लेकर आवाज उठाने बाले प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के सानिध्य में आंदोलन में भाग लिया और सभी ने उनकी तारीफ की। लेकिन दुर्भाग्य है कि मिथिलांचल के लोग ही ऐसे क्रांतिकारियों को भूला दिया ।आज जरूरत है कि स्व चतुरानन दास जी जैसे राष्ट्रभक्त को याद करते हुए ऐसे महान क्रांतिकारियों की प्रतिमा निर्माण व केंद्र से डाकटिकट जारी करने के लिये पहल शुरू करे।

राजेश कुमार कंठ ने स्व दास को अपनी श्रधांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मिथिलांचल के साथ साथ पूरे बिहार में इतनी कम उम्र के क्रांतिकारी ने आजादी की विगुल फूंकने में किये कार्य को कभी भुलाया नही जा सकता है। श्रद्धांजलि सभा मे कर्ण कायस्थ कल्याण मंच व नव चेतना चित्रगुप्त परिषद के राजेन्द्र लाल दास, शम्भू कुमार ,राजकुमार दिलीप, दीपक लाल दास ,भरत किशोर चौधरी , शेखर लाल , तरुण कुमार समेत अनेक लोगो ने स्व दास को महान क्रांतिकारी बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और सरकार से उनकी आदमकद प्रतिमा स्थापित करने और इनके नाम पर डाक टिकट जारी करने की दिशा में पहल करने का आग्रह किया ।

मंच के अध्यक्ष विनय कुमार कर्ण व प्रधान महासचिव संजय कुमार ने कहा कि जल्द ही मंच का प्रतिनिधि मंडल मुख्यमंत्री से मिलकर स्व दास के नाम पर स्कूल कॉलेज खोलेने का आग्रह करेगा

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