उ.प्र. में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए होगा ऊर्जा दक्ष भवनों का निर्माण

लखनऊ: उ0प्र0 नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीेनेडा) जो कि प्रदेश में ऊर्जा संरक्षण कार्यो हेतु उ0प्र0 सरकार द्वारा नोडल एजेन्सी है, एवं उ0प्र0 राजकीय निमार्ण निगम (यूपीआरएनएन) के मध्य भवनों में इनर्जी कन्जेर्वेशन बिल्ंिडग कोड (ईसीबीसी) का भलीभांति क्रियान्वयन किये जाने तथा भवनों में ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु एक मेमोरेण्डम आॅफ अन्डरस्टैडिंग (एमओयू.) यूपीनेडा के सभागार में आज हस्ताक्षरित किया गया।

यूपीनेडा की ओर से निदेशक यूपीनेडा भवानी सिंह खंगारौत एवं राजकीय  निमार्ण निगम की ओर से प्रबन्ध निदेशक सत्यप्रकाश द्वारा उक्त एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किये गये। इस अवसर पर यूपीनेडा के ईसीबीसी सैल प्रभारी रामकुमार द्वारा एक प्रजेन्टेशन के माध्यम से ईसीबीसी क्रियान्वयन एवं उसके अन्तर्गत राजकीय निमार्ण निगम द्वारा निर्मित किये गये कुछ महत्पूर्ण भवनों यथा यूपीईआरसी भवन, प0 दीनदयाल उपाध्याय सूचना परिसर इत्यादि भवनों में ईसीबीसी. कोड का प्रयोग कर ऊर्जा दक्ष भवनों के सन्दर्भ में ऊर्जा बचत आंकडों सहित विश्लेषण एवं जलवायु परिवर्तन के दृष्टिगत ईसीबीसी कार्यो के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में यूपीनेडा/यूपीएसडीए. द्वारा ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) भारत सरकार के निर्देशन में ऊर्जा दक्ष भवनों के निमार्ण हेतु विभिन्न सरकारी विभागों/उपक्रमों को उपलब्ध करायी जा रही तकनीकी सहायता एवं स्टेक होल्डर्स की क्षमता विकास के सम्बन्ध में भी जानकारी दी गई।

उ0प्र0 राजकीय निमार्ण निगम के प्रबन्धक निदेशक सत्यप्रकाश एवं महाप्रबन्धक समीर गुप्ता द्वारा यूपीनेडा के साथ हुये एम.ओ.यू. को अति महत्वपूर्ण कदम बताया गया एवं उनके द्वारा अवगत कराया गया कि दोनो विभागों द्वारा अपने-अपने कार्यो को यथोचित एवं विधिवत सम्पादित करने हेतु उक्त एम.ओ.यू. मील का पत्थर साबित होगा। इस एम.ओ.यू के हस्ताक्षरित होने के फलस्वरूप दोनो विभागों द्वारा ऊर्जा दक्ष भवन निमार्ण के क्षेत्र में अधिक सफलतापूर्वक परियोजनाओं का क्रियान्वयन किया जा सकेेगा। कार्यक्रम में वीडियो कांन्फ्रेसिंग के माध्यम से निदेशक ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (बीईई) भारत सरकार द्वारा भी सम्बोधित करते हुये दोनो संस्थाओं के मध्य एम.ओ.यू. को अतिआवश्यक एवं महत्पूर्ण कदम बताया गया।

उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि उ0प्र0 में एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित होने के उपरान्त कार्यो को अच्छे ढंग से क्रियान्वित किया जा सकेगा। उन्होने पूर्व निर्मित यूपीईआरसी भवन का उल्लेख किया, जिसमे ऊर्जा की बचत पूर्व में आंकलित मात्रा से भी अधिक प्राप्त हो रही है। कार्यक्रम के अध्यक्ष निदेशक यूपीनेडा भवानी सिंह खंगारौत द्वारा हस्ताक्षरित एम.ओ.यू. में उल्लिखित विशिष्ट बिन्दुओं को रेखांकित करते हुये बताया गया कि अपने-अपने क्षेत्र की दोनो प्रतिष्ठित संस्थाओं (यूपीनेडा एवं यूपीआरएनएन) को ईसीबीसी कार्यो के क्रियान्वयन में गति मिलेगी ।

उन्होंने आज के दिन को ईसीबीसी हेतु ऐतिहासिक बताते हुये कहा कि एम.ओ.यू. के उपरान्त दोनो संस्थाये और अधिक विधिवत एवं स्पष्टता के साथ काम कर सकेगी। कार्यक्रम के अन्त में श्री अशोक श्रीवास्तव, इंचार्ज यूपीएसडीए द्वारा बीईई के अधिकारियों, प्रबन्ध निदेशक निमार्ण निगम एवं उनकी टीम, निदेशक यूपीनेडा एवं यूपीनेडा अधिकारियों के साथ-साथ कन्सल्टेन्टस का धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कार्यक्रम का समापन किया गया।

Facebook Comments