संतों की चरण रज जहां पड़ जाती वह भूमि तीर्थ बन जाती है: अतुल प्रेम
Date posted: 10 December 2018

नोएडा: सेक्टर 82 स्थित निरंजनी अखाड़ा, ब्रम्हचारी कुटी में आयोजित महालक्ष्मी यज्ञ एवं राम कथा के तीसरे दिन यज्ञाचार्य पंडित महेश पाठक शास्त्री जी के मार्गदर्शन में प्रातः 8 बजे से मां लक्ष्मी के साथ सभी देवियों एवं देवताओं का पूजन कराया गया तत्पश्चात यज्ञ प्रारम्भ हुआ जो दोपहर 12 बजे तक चला। श्रीराम कथा के तीसरे दिन व्यास अतुल प्रेम जी महाराज ने संतों एवं गुरुओं की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि संतों की चरण रज जहां पड़ जाती है वह जगह तीर्थ बन जाती है। संतों के कारण ही हमारी संस्कृति और संस्कार जिंदा हैं।
गुरु वही है जो अज्ञानता के अंधकार से निकालकर ज्ञान के प्रकाश की ओर ले जाता है। अगर जीवन में सफलता की मंजिल प्राप्त करनी है तो गुरु की आज्ञा को शिरोधार्य करना पड़ेगा। इसलिए हमें भगवान श्रीराम की तरह गुरु की आज्ञा का सदैव पालन करना चाहिए। श्रीराम कथा हमें सद्मार्ग पर चलने को प्रेरित करती है।
इस अवसर पर महंत ओम भारती जी, महंत आदित्य कृष्ण गिरी जी, फलाहारी बाबा, संयोजक एवं मुख्य यजमान राघवेंद्र दुबे, देवेंद्र गुप्ता, सुशील पाल, शिवव्रत तिवारी, रवि राघव, संजय शुक्ला, आर के शर्मा, नीरज शर्मा, पंकज झा, रामः गुप्ता, बबलू चौहान , अमर शर्मा, देवेंद्र गुर्जर, सुभाष शर्मा, रमेश गुप्ता, अमर सिंह, मुरारी झा, विनोद चौहान , अजय शर्मा सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
Facebook Comments