पूर्वांचलवासियों की आस्था से जुड़े छठ महापर्व पर गंभीर नहीं दिल्ली सरकार-मनोज तिवारी
Date posted: 13 नवंबर 2018
नई दिल्ली, 12 नवम्बर। छठ महापर्व पर विभिन्न छठ घाटों पर पूजा अर्चना के लिये दिल्ली सरकार द्वारा 1000 छठ घाटों के तैयार होने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुये दिल्ली भाजपा अध्यक्ष श्री मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली सरकार पिछले चार वर्षों से लगातार 1000 छठ घाट बनाने के दावे करती आ रही है जो कि सरासर निराधार है। अब तक एक भी स्थायी छठ घाट नहीं बनाया गया है। साथ ही घाट और यमुना के पानी की सफाई के लिए कोई भी ठोस इंतजाम नहीं किया गया है। आम आदमी पार्टी सरकार छठ पूजा की तैयारियों और घाटों की सफाई के प्रति पूरी तरह से उदासीन है।
श्री तिवारी ने कहा कि छठ पूजा के दौरान लाखों श्रद्धालु जल में खड़े होकर भगवान सूर्य की उपासना करते हैं और छठमाई का गुणगान करते हैं लेकिन दिल्ली सरकार के लचर रवैये के कारण इस बार भी गंदे पानी व कीचड़ में खड़े होकर श्रद्धालु पूजा अर्चना करने को मजबूर हैं। इस मामले में भाजपा छठ समितियों के साथ बैठक कर निर्देश देने के साथ हेल्पलाइन नम्बर भी जारी कर चुकी है जिसमें सभी घाटों पर उचित व्यवस्था व छठ पूजन के दौरान किसी भी श्रद्धालु को कोई परेशानी न आये इसका ध्यान रखा जायेगा।
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली भाजपा और उसका प्रत्येक कार्यकर्ता, श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई परेशानी न आये इस पर विशेष ध्यान रखेगा। हमनें तीनों निगम को भी इस पर्व के दौरान सभी जरूरी इंतजाम करने के लिए निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पिछले साल भी छठ घाटों पर बिजली के इंतजाम को लेकर वायदा किया था कि छठ घाटों पर बिजली की पूरी व्यवस्था की जायेगी लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी छठ घाटों पर बिजली की रोशनी के इंतजामों को लेकर केजरीवाल सरकार ने एक दिन पहले नोटिफिकेशन जारी कर अस्थायी बिजली के कनेक्शन लेने को कहा है जिसकी प्रक्रिया का बहुत जटिल है। इसका लाभ श्रद्धालुओं को नहीं मिल पायेगा। इससे यह साबित होता है कि पूर्वांचलवासियों की आस्था से जुड़े छठ महापर्व पर गंभीर नहीं दिल्ली सरकार।
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