छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेगी योगी सरकार : शलभ
Date posted: 1 June 2019

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा है कि यूपी लोकसेवा आयोग में परीक्षा के दौरान हो रही धांधली की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के आदेश पर सक्रिय हुई एसटीएफ ने सख्त कार्रवाई कर यह संदेश दे दिया है कि छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोकसेवा आयोग के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने खुद पहल कराकर इतनी कड़ी कार्रवाई की है। खास बात ये है कि सरकार ने ये पूरी कार्रवाई अपनी सूचनाओं के आधार पर बेहद गोपनीयता से कराई जिसका परिणाम ये रहा कि पिछली सरकारों के वक्त से चला आ रहे भ्रष्टाचारियों के एक गिरोह का खुलासा हो सका।
खास बात यह भी कि इस कार्रवाई के दौरान ही लोकसेवा आयोग को यह हिदायत भी दे दी गई थी कि जांच पूरी होने तक वे परीक्षा परिणाम घोषित न कराएं बावजूद इसके धांधली में शामिल रहे लोगों ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर परिणाम घोषित करने और दोबारा परीक्षा कराने का प्रयास किया। पर सरकार और एसटीएफ की पहल से उनकी कोशिश नाकाम कर दी गई। इस पूरे प्रकरण की गहनता से जांच हो रही है। सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई कर रही है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्नाथ जी की सरकार परीक्षाओं की शुचिता को लेकर पहले ही दिन से व्यवस्था परिवर्तन में जुटी हुई है। इसी का परिणाम है कि जहां हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं पूरी तरह नकलमुक्त हुईं तो वहीं भर्ती परीक्षाओं में भी निष्पक्षता आईं। इसी प्रयास में सरकार ने यूपी लोकसेवा आयोग में पिछली सरकारों के वक्त से होती आ रही गड़बड़ियों पर पूरी तरह काबू पाने के लिहाज से खासतौर एसटीएफ को जिम्मेदारी दे रखी थी। ये कहा गया कि गोपनीयता के साथ एसटीएफ हर परीक्षा पर नजर रखे और गड़बड़ी की सूचना मिलते ही कार्रवाई करे। जिसका परिणाम यह रहा कि गड़बड़ी होते ही एसटीएफ को जानकारी मिल गई थी और समय रहते एसटीएफ ने तेजी से कार्रवाई करते हुए उन सभी भ्रष्टाचारियों को चिन्हित कर लिया था जो धांधली में शामिल थे।
इतना ही नहीं एसटीएफ ने उन 54 अभ्यर्थियों की भी पहचान कर ली जिन्हें नाजायज फायदा पहुंचाया गया था। एसटीएफ ने इन सभी के खिलाफ पुख्ता सबूत भी इकट्टा कर लिए थे। इस दौरान आयोग को जानकारी देते हुए ये अपेक्षा भी की गई थी कि वह पूरे गिरोह के पकड़े जाने तक न तो परिणाम घोषित किये जाये न ही आगे की परीक्षा कराई जाए। पर आयोग में शामिल भ्रष्टाचारियों ने परिणाम घोषित कर आनन-फानन में परीक्षा कराने का प्रयास किया। जिसके बाद एसटीएफ ने दागियांे को गिरफ्तार कर लिया है और बाकी गुनाहगारों के खिलाफ भी प्रभावी कार्रवाई की जा रही है।
शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि सरकार पूरी तरह से अभ्यर्थियों के साथ खड़ी है। अभ्यर्थियों के साथ किसी भी तरह की नाइंसाफी ना हो सके, इसीलिए सरकार ने तमाम परीक्षाओं में जहां इंटरव्यू पूरी तरह खत्म कर दिए तो वहीं कुछ परीक्षाओं में इंटरव्यू के अंक बेहद कम कर दिए। सरकार यूपी लोकसेवा आयोग की शुचिता और पवित्रता वापस लौटाना चाहती है और इसी दिशा में ऐसी कार्रवाइयां की जा रही हैं। अभ्यर्थियों के साथ किसी भी तरह की नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी और सभी को बराबर का अवसर मिलेगा।
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