केजरीवाल ने झूठ बोल कर सिर्फ गुमराह करने का काम किया है: मनोज तिवारी

नई दिल्ली: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने अरविंद केजरीवाल पर जनलोकपाल बिल पर झूठ बोलने और जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल जिस जनलोकपाल बिल का हवाला देकर दिल्ली की कुर्सी पर बैठे थे लेकिन आज उसी जनलोकपाल को लेकर केजरीवाल सरकार का झूठ पूरे देश के सामने आया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद मनोज तिवारी की उपस्थिति में हुए एक संवाददाता सम्मेलन में श्री गुप्ता ने कहा कि एक आरटीआई के द्वारा इस बात का खुलासा हुआ है कि पिछले सात सालों से केजरीवाल सरकार ने जन लोकपाल बिल को पारित करने के बावजूद उसे लागू नहीं किया।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार ने कहा कि 4 दिसम्बर 2015 को हमने जनलोकपाल बिल विधानसभा में पारित कर उसे माननीय उपराज्यपाल के पास भेज दिया गया था। फिर 29 दिसम्बर को जब भाजपा ने एक संवाददाता सम्मेलन कर इस बात का जवाब मांगा कि जनलोकपाल बिल का क्या हुआ तो आम आदमी पार्टी की तरफ से जवाब आया कि हमने उसे माननीय उपराज्यपाल के यहां भेज दिया है। उन्होंने कहा कि इस बारे में एक और आरटीआई के तहत इस बात का खुलासा साफ शब्दों में किया गया है कि माननीय उपराज्यपाल द्वारा 25 सितंबर 2019 को जनलोकपाल बिल की फ़ाइल रिसीव की गई थी और इसे 27 सितंबर 2019 को कानून विभाग को लौटा दिया गया था। यानी सिर्फ 2 दिनों में ही फ़ाइल वापस भेज दी गई। इससे साफ जाहिर होता है कि अरविंद केजरीवाल वायदों, भाषणों एवं आरटीआई में भी झूठ बोलते हैं।  पिछले चार सालों से वह फ़ाइल कहाँ थी? इस बात का जवाब देना चाहिए। प्रेसवार्ता में प्रदेश प्रवक्ता श्री हरीश खुराना एवं श्रीमती सारिका जैन उपस्थित थे।

गुप्ता ने कहा कि माननीय उपराज्यपाल द्वारा जब जनलोकपाल बिल की फ़ाइल 27 सितंबर 2019 को लौटा दी गई तो अब सरकार को बताना चाहिए कि आखिर अभी तक वह लागू क्यों नहीं किया गया। केजरीवाल को बताना चाहिए कि अभी तक आप उसपर कौन सा विचार कर रहे हैं जो दिल्ली में जनलोकपाल बिल लागू नहीं कर रहे हैं। इसका मतलब साफ है कि भ्रष्टाचार खत्म करने की बात करने वाले आज खुद इतने भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं जिसका हिसाब रख पाना मुश्किल है। दरअसल जनलोकपाल बिल लागू न करने के पीछे केजरीवाल को डर है कि कही उनके 22 विधायक जो भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं और उनपर केस है, उसका भंडाफोड़ न हो जाये।

आदेश गुप्ता ने कहा कि अब तो केजरीवाल को इस बात का भी डर लगने लगा है कि आने वाले समय में ईडी उनके मंत्री एवं नेताओं पर छापेमारी करने वाली है। इसलिए केजरीवाल घूम-घूमकर और प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सबसे कह रहे हैं कि सतेंद्र जैन के ऊपर छापेमारी हो सकती है। उन्होंने कहा कि आज दिल्ली में जिस तरह से बस घोटाला, जलबोर्ड घोटाला एवं अन्य घोटाला कर केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने एक मोटी रकम वसूली है उसके लिए उन्हें पहले से ही छापेमारी और खुद के भ्रष्टाचार का पर्दाफाश होने का डर सताने लगा  है।

मनोज तिवारी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जब से सत्ता में आए हैं तब से झूठ का एक बड़ा रिकॉर्ड बना चुके हैं उन्हें खुद नहीं पता होगा कि वह आज तक कितने झूठ बोले होंगे। और आज की बातों ने पूरी तरह से उनकी पोल खोल दी है। आरटीआई झूठी हो सकती है यह भारतीय इतिहास में पहली बार होने जा रहा है। उन्होंने एक पोस्टर दिखाते हुए कहा कि 29 दिसंबर को जनलोकपाल बिल पास होने की बात कहने वाली केजरीवाल सरकार आज भी इस मामले दूर दूर तक गायब है। उन्होंने कहा कि साल 2013 में जब आम आदमी पार्टी बनने वाली थी तभी ऐलान किया गया था कि सरकार में आते ही जनलोकपाल बिल लागू किया जाएगा।

मनोज तिवारी ने एक और भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए कहा कि यही केजरीवाल सरकार है जो विद्यालयों में 5 लाख का कमरा 25 लाख में बनाने का काम किया था और जब इसकी शिकायत हमने लोकायुक्त को की तो उस लोकायुक्त को दिल्ली सरकार ने हटा दिया और तब से वह पद खाली पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस तरह से केजरीवाल दिल्ली, पंजाब, गोवा उत्तराखंड एवं अन्य राज्यों में जहां चुनाव हो रहे हैं वहां भी लोगों को झूठे वायदें कर के गुमराह करने का काम कर रहे है।

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