तेजस्वी कूटनीति का घर मे कर रहे प्रयोग, तेजप्रताप को हक नही देना चाहते: मनोज

बिहार भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व विधायक मनोज शर्मा ने बयान जारी करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव अपने पूरे रणनीति का उपयोग अपने ही घर में कर रहे है। अपनी बड़ी बहन मीसा भारती को पहले रास्ते से हटाया, फिर अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव को अपने रास्ते से हटाने की मुहिम में जुटे हैं। तेज प्रताप यादव सड़क पर संघर्ष करना चाहते हैं ,अपने लोगों को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो तेजस्वी यादव उसमें अड़ंगा लगा रहे हैं। आज तेजस्वी यादव एक स्वार्थी नेता के रूप में उभरे हैं। शायद लालू यादव ने घोटाले, घपले, हकमारी के साथ साथ स्वार्थ वाली शिक्षा भी तेजस्वी यादव को दे दी है। इसी के तहत वो अपने बड़े भाई को कांटा समझ रहे और उसे जल्द निकलना चाहते है।

तेज प्रताप यादव की तरफ से तारापुर में उतारे गए उम्मीदवार को लालच और लोभ में फंसा कर तेजस्वी यादव ने अपने पाले में कर लिया, इससे साफ जाहिर होता है कि आने वाले दिनों में तेज प्रताप यादव को तेजस्वी यादव छटाक भर भी हक नहीं देने वाले हैं। तेजप्रताप यादव दिल्ली से पटना कर रहें है लेकिन, इनके ही परिवार में इनकी कोई नही सुन रहा है। दरअसल, तेजस्वी यादव सभी कुछ अपने पिता लालू यादव के इशारे पर कर रहे है I इस पूरे माहौल पर राष्ट्र कवि रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की कविता की कुछ पंक्तियां आज लालू परिवार के  लिए सटीक बैठती है-
तेज प्रताप यादव का हक – ‘दो न्याय अगर तो आधा दो, पर, इसमें भी यदि बाधा हो, तो दे दो केवल पाँच ग्राम, रक्खो अपनी धरती तमाम।
तेजस्वी यादव के लिए – दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष समाज की ले न सका, जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है।

Facebook Comments