राजद के लिए गुंडागर्दी और अराजकता की राजनीति छोड़ना असंभव: राजीव रंजन 

पटना: राजद को निशाने पर लेते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा “ गुंडागर्दी और अराजकता राजद के संस्कार भी है और इनके नेताओं के लिए अलंकार भी. राजद के नेता जब एक चुने हुए विधायक को विधानसभा जैसी जगह पर और मीडिया की उपस्थिति में मारने की धमकी दे सकते हैं तो मौका मिलने पर आम जनता का यह क्या हश्र करेंगे यह स्वत: समझा जा सकता है.

उन्होंने कहा कि विधानसभा को लोकतंत्र का मंदिर कहा जाता है, लेकिन अपने आचरण से राजद ने यह दिखा दिया कि उनके मन में इसके लिए कोई सम्मान नहीं है. वास्तव में राजद के लिए गुंडागर्दी और अराजकता की राजनीति छोड़ना असंभव है. यह आज भी लाठी के ज़ोर पर ही राजनीति करना चाहते हैं.

श्री रंजन ने कहा कि राजद नेता के आचरण ने राजद काल के आतंकराज की यादों को फिर से ताजा कर दिया है. लोग भूले नहीं होंगे कि कैसे इनके राज में लोकतंत्र में आस्था रखने वालों को छह इंच छोटा कर देने की धमकी दी जाती थी. इनके राज में छोटे-बड़े न जाने कितने जनप्रतिनिधि मौत की नींद सुला दिए गये थे. दरअसल मार-धाड़ और उपद्रव ही राजद की कार्यशैली है, जिसे यह किसी भी कीमत पर छोड़ नहीं सकते.

उन्होंने कहा कि इतना सब कुछ होने पर भी राजद के नेताओं में इतनी भी शर्म नहीं बची है कि वह पीड़ित जनप्रतिनिधि से माफ़ी मांग लें. ऊपर से अब यह चोरी और सीनाज़ोरी पर भी उतर आये हैं. खुद काण्ड कर के यह उल्टे अब पीड़ित विधायक को ही दोषी करार दे रहे हैं. अपने इस कृत्य से राजद ने सदन की गरिमा को धूल-धूसरित करने के साथ-साथ बिहार की छवि को भी धूमिल करने का भी निंदनीय प्रयास किया है. यह दिखाता है कि इनका लोकतांत्रिक व्यवस्था और राजनीतिक सभ्यता में रत्ती भर भी यकीन नहीं है.

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