महिला नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर फंसे नरसिंहानंद सरस्वती

नोएडा: गाजियाबाद के डासना स्थित शिव शक्ति धाम मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद सरस्वती अक्सर अपने विवादित बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं।कभी किसी धर्म विशेष को लेकर तो कभी माहिलाओं को लेकर।हालांकि उनके ऐसे ही एक बयान ने अब उनकी मुसीबत बढ़ा दी है।

उनका एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे महिला नेताओं के बारे में बेहद आपत्तिजनक बातें कहते दिख रहे हैं।उनके इस वीडियो को लेकर कई राजनीतिक पार्टियों ने इसकी आलोचना करते हुये उनके खिलाफ सख्त कारवाई की मांग की है।इसी क्रम में नोएडा में आयोजित एक कार्यक्रम में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पीस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुर्जर ने कहा कि डासना मन्दिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती काफी समय से राष्ट्र विरोधी बयान दे रहे थे लेकिन प्रदेश सरकार ने आज तक उनके खिलाफ कोइ कारवाई नही की।लेकिन अब जब मंहत ने बीजेपी की महिला नेताओ पर अभद्र टिप्पणी की है तो बीजेपी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।लेकिन हम यह कहना चाहते है कि महिला चाहे किसी राजनैतिक पार्टी से जुड़ी या आम महिला सब एक सम्मान है।इस तरह की अभद्र टिप्पणी करना प्रत्येक नारी का अपमान है।
उन्होंने महिलाओं के सम्मान को ठेस पहुंचाने का कार्य किया है।वही लोकतंत्र में पुरुष हो या नारी सभी का बराबर का अधिकार है।विषय ये नही कि उन्होंने बीजेपी की महिला नेताओ का अपमान किया है विषय ये है कि उन्होंने नारी का अपमान किया है।बीजेपी की सभी महिला नेताओ को चाहिए कि  वो लोग यति नरसिंहानंद सरस्वती का मुंह काला करके उनके खिलाफ  सख्त कार्यवाही करवाने की मांग करे।सत्ता में होने के बाद भी यदि बीजेपी अपनी महिला नेताओं के सम्मान को चूर चूर करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कारवाई नही कर पाती है तो सभी महिला नेताओ को बीजेपी जैसी ओछी मानसिकता वाली पार्टी को छोड़ देना चाहिये।पीस पार्टी देश की हर बहन-बेटी के मान सम्मान के लिये संकल्पबद्ध है और साधुओं की इस तरह की मानसिकता की घोर निंदा करती है।पीस पार्टी महिलाओं से अपील करती है कि आप पार्टी के साथ मिलकर बीजेपी और फर्जी मंहत से अपने अपमान का बदला ले।अगर प्रदेश और केंद्र सरकार इस पर तुरंत निर्णय नही लेती है तो पूरे देश की महिला बीजेपी का विरोध करे।

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