राजद-कांग्रेस में टूट होनी तय: राजीव रंजन

पटना: राजद-कांग्रेस में जल्द टूट होने की संभावना जताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने आज कहा कि अपने नेताओं के अहंकार और अनुभवहीनता के कारण राजद-कांग्रेस के अंदरखाने में जबर्दस्त उबाल मचा हुआ है. इनके नेता भले ही ऊपर से शांत नजर आते हो, लेकिन अंदर ही अंदर सब गुस्से से खौल रहे हैं. लोगों की माने तो इन दोनों पार्टियों में जल्द ही टूट होने की संभावना है, जिसे कोई रोक नहीं सकता.
उन्होंने कहा कि इन दोनों पार्टियों के नेता यह जान चुके हैं कि इन पार्टियों में उनका भविष्य सुरक्षित नहीं है. वंशवाद के कारण इन दलों में वही नेता आगे बढ़ पाते हैं जो या तो किसी बड़े नेता के परिवार से हो या उनकी परिक्रमा करने में सिद्धस्त हों. इनके अलावा इन दलों में बाकि नेताओं की जगह सिर्फ झंडा उठाने और नारा लगाने के लिए आरक्षित है. इसके अलावा रघुवंश बाबु और जगदानंद सिंह के साथ इनके युवराजों द्वारा किए गये दुर्व्यवहार ने इनके नेताओं को और आशंकित कर दिया है. उनका सोचना है कि जब पार्टी के लिए अपना जीवन खपा देने वाले इतने बड़े नेताओं को इस तरह से अपमानित किया जा सकता है तो उनकी क्या बिसात है. इनके नेता यह समझ चुके हैं कि वंशवादी पार्टी में जात देखकर अपने चुने हुए सिपहसालारों को कुछ पद बाँट देने उन्हें कोई फायदा नहीं मिलने वाला.”

श्री रंजन ने कहा कि पार्टी की इसी संभावित टूट को देखते हुए आज राजद-कांग्रेस दोनों पार्टियां एकाएक सरगर्मी दिखाने लगी है. सरकार पर झूठे आरोप लगाते हुए यह लोग अब जाति के आसरे आ चुके हैं. स्थिति यहां तक पहुंच चुकी है कि जिस मुख्यमंत्री को इनके नेता पानी पी-पी कर कोसते नहीं थकते, आज यह अपना अस्तित्व बचाने के लिए उनका दरवाजा खटखटा रहे हैं.

उन्होंने कहा कि राजद कांग्रेस के नेता यह जान लें कि ट्विटर पर लंबी-लंबी हांकने और धरातल पर आगे बढ़ कर नेतृत्व करने में काफी अंतर होता है. उनकी पोल सबके सामने खुल चुकी है. उनका कोई दांव अब उनके काम नहीं आने वाला.

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