सेना से ज्यादा चीन पर भरोसा करते हैं राजद-कांग्रेस: राजीव रंजन

पटना: राजद-कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने आज कहा कि मोदी विरोध में देश की सेना को अपमानित करने और उनके मनोबल को गिराने के लिए राजद-कांग्रेस की कुचेष्टाएं लगातार जारी है. यहां तक कि अब इन दलों को चीनी एजेंटों की तरह बर्ताव करने में भी शर्म नहीं आती. देश के खिलाफ चलाए जा रहे चीनी दुष्प्रचार को हवा देने में यह दोनों दल सबसे आगे रहते हैं.
उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस की चीन भक्ति का आलम यह है कि पहले चीन गलवान घाटी में झंडा फहराने का फर्जी विडियो जारी करता है और यह दोनों दल उसे सही बताने की होड़ में लग जाते हैं. भारतीय सेना द्वारा इस प्रकरण पर सच्चाई बताये जाने पर भी इनके नेताओं और समर्थकों द्वारा सुनियोजित तरीके से चीनी प्रोपगैंडे को आगे बढ़ाया जाता है. इससे इस बात की प्रबल संभावना उठती है कि कहीं मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए राजद-कांग्रेस और चीन में कोई सांठ-गांठ तो नहीं?

श्री रंजन ने कहा कि चीन और कांग्रेस के संबंध किसी से छिपे नहीं है. कांग्रेस विश्व की इकलौती पार्टी है जिसने दुश्मन देश चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक गुप्त एमओयु पर दस्तखत कर रखा है. चीन द्वारा समय-समय पर गांधी परिवार के निजी फाउंडेशन को पैसे देते रहने की बात भी जगजाहिर है. ऐसे में हो सकता है कि कांग्रेस के जरिए चीन ने अब राजद को पैसे देने भी शुरू कर दिए हों? राजद को यह बताना चाहिए कि आखिर हकीकत क्या है?

श्री रंजन ने कहा कि डोकलाम संकट से लेकर कोरोना आपदा तक कांग्रेस की राजनीति पूरी तरह से चीनपरस्त दिखी है. डोकलाम के समय राहुल की चीनी राजदूत से हुई गुप्त मुलाकात और उसके बाद भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने की उनकी बेतोड़ कोशिशों की यादें अभी भी जनता के जेहन में ताजा है. इसके बाद कोरोना काल में चीन को बचाने और भारत को बदनाम करने के उनके प्रयासों से इनकी आपसी मिलीभगत की संभावना और गहरी हो जाती है. राजद-कांग्रेस यह जान लें कि महज राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए देश को बदनाम करने की साजिश जनता किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करने वाली है.

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