राजनीति रूपी ताश के पत्ते का जोकर है उपेन्द्र कुशवाहा: मनु

पटना: जदयू नेता व कभी रालोसपा के प्रवक्ता रह चुके मनोज लाल दास मनु ने उपेन्द्र कुशवाह के कभी अनशन तो कभी पुतला दहन तो आज के दो घण्टे के काला दिवस को नौटंकी बताते हुए कहा कि कुशवाहा केवल मिडिया में आने के
लिये उनके द्वारा प्रायोजित हथकंडा है।इससे राज्य की जनता पर तो कोई फर्क नही पड़ेगा।इससे एक ही लाभ उपेन्द्र
कुशवाहा को मिलेगा की वे इन सब कार्यक्रमों को दिखा कर अपने गठबंधन से विधानसभा में अधिक से अधिक टिकट
झटक सके,जिससे वे लोक सभा चुनाव की तरह नोटो की कीमत पर दूसरे दल से नेता आयातित कर बेच सके।

कुशवाहा आज के राजनीतिक रूपी ताश के गड्डी का जोकर है।बिहार की जनता कुशवाहा के चाल और चरित्र को अच्छी तरह जानती है। मनु ने कहा कि किस मुँह से प्रवासी मजदूरों को दस हजार रूपये देने की बात कर रहे है।राजस्थान से लोग पैदल आ रहे है,महाराष्ट्र में लोग पैदल चले और ट्रेन से कट गए,उत्तराखंड में ,बंगाल में,झारखंड ,दिल्ली में बिहारियों की स्थिति खराब है ।लेकिन एकबार भी वहां की सरकारों को नही कहा कि इन बिहारियों ने अपने हाथों से ,अपना खून जलाकर उनके प्रदेशो को सींचने का काम किया है।80 प्रतिशत का आधार कार्ड, राशन कार्ड ,ड्राइविंग लाईसेंस उनके प्रदेश के है तो फिर उन सबो को भोजन , चिकित्सा,की व्यबस्था क्यो नही ? आज जिस मीडिया की बात कर रहे है, उसमें भी तो कम से कम बयान भी इन सरकारों के खिलाफ देकर कम से कम बिहारियों का सहानुभूति तो लेते। अगर वहा की सरकारें इनकी देखभाल की होती तो आज वे बिहार नही आते जबकि उन सबो ने अपनी आधी जिंदगी उन प्रदेशो को बनाने में खर्च कर दिया। कुशवाहा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बोलने का कोई अधिकार नही है। मुख्यमंत्री बिहार के बाहर रह रहे करोड़ो लोगो को राहत पहुचाये और पहुंचा रहे है, उन्हें लाने की व्यबस्था भी कर रहे है।आज बाहर के लोंगों को बुलाने पर हाय तौबा करने बाले को बताना चाहिय की बाहर से आने बालो के साथ आ रहे सैकड़ों करोना रोगियों के लिये बिहार की जनता इन लोगो को कभी माफ नही करेगी।

बिहार के कुशवाहा ही एकमात्र ऐसे नेता है जिन्होंने इस विपदा की घड़ी में न तो कभी कोई राहत बांटी और नही अपने पार्टी की ओर से राहत सामग्री ही बांटी।

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