इडी के बजाए उन्मादियों के खिलाफ़ क्यों नहीं प्रदर्शन करती कांग्रेस: राजीव रंजन

पटना:  13 जून को इडी कार्यालय के बाहर होने वाले कांग्रेस के शक्ति प्रदर्शन को सियासी नौटंकी बताते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष व मीडिया विभाग के प्रभारी राजीव रंजन ने आज कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में बेल पर चल रहे गांधी परिवार को इडी का सम्मन भेजा जाना, कांग्रेस को इतना नागवार गुजरा है कि अब वह 13 जून को इडी कार्यालय के सामने शक्ति प्रदर्शन कर उनके अफसरों को ‘धमकाने और डराने’ की कोशिशों में लग गये हैं. यह दिखाता है कि गांधी परिवार की चाटुकारिता में कांग्रेसी किसी भी हद को पार कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि कल जुम्मे की नमाज के के उपद्रवियों ने कई राज्यों में जनता और पुलिस प्रशासन पर जमकर पत्थरबाजी की. कई मकान और दुकानें फूंक दी गयी. यहां तक कि राष्ट्रध्वज का भी अपमान किया गया. लेकिन अभी तक किसी कांग्रेसी नेता ने इन घटनाओं की भर्त्सना तक करने की जहमत नहीं उठाई है. यहां तक कि झूठे मसलों पर भी ट्वीट करने वाले इनके युवराज भी खामोश हैं. कांग्रेसियों को हमारी चुनौती है कि उनमें रत्ती भर भी हिम्मत बची हो तो इडी जैसी संवैधानिक संस्था की बजाए उन्मादियों की करतूतों के खिलाफ प्रदर्शन करें.

कल हुए उपद्रव में कांग्रेस का हाथ होने की संभावना जाहिर करते हुए भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि गांधी परिवार के खिलाफ सम्मान जारी होते ही सुनियोजित तरीके से पूरे देश में हंगामा होना इस बात का इशारा है कि यह कोई संयोग नहीं बल्कि सोचा-समझा प्रयोग है और भिंडरेवाला से लेकर कश्मीर तक कांग्रेस का इतिहास इस तरह के ‘प्रयोगों’ से भरा हुआ रहा है. गांधी परिवार को सम्मन भेजने के तुरंत बाद से, जिस तरह इस मामले को राष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर तूल दिया गया है, उससे इसमें भी कांग्रेसी ‘टूलकिट’ के प्रयोग की शंका गहरा जाती है. याद करें तो किसान आंदोलन में भी इन्होने इसी तरह से देश की प्रतिष्ठा को तार-तार करने का प्रयास किया था. दोनों घटनाओं की समानता और कांग्रेस की हरकतों को याद कर इस संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता.

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