वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो ने बचाई हज़ारों पक्षियों की जान

नोएडा:  हम सरकारी एजेंसियों पर लगातार ऊँगली उठाते हैं किन्तु उनके द्वारा किये गए अच्छे कार्यों पर भी हमें उनकी तारीफ करनी चाहिए।समाजसेवी एवं अधिवक्ता रंजन तोमर की आरटीआई पर वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार उन्होंने पिछले पांच वर्षों में एक हज़ार से भी ज़्यादा पक्षियों को गैरकानूनी खरीद फरोख्त से बचाया है , गौरतलब है की पिछले कुछ दिनों पहले ही आरटीआई के जवाब में ब्यूरो ने कहा था के वन्यजीव संरक्षण कानून 1972 के तहत पक्षियों की प्रजातियों की खरीद या उसे बेचना कानूनी अपराध है एवं इसकी शिकायत ब्यूरो में की जा सकती है।

जानकारी के मुताबिक 2016 में रोज़ रिंग्ड तोते की प्रजाति , अलेक्सांडरिन एवं पल्म हेडेड पाराकीट प्रजाति के 27 पक्षियों को ज़ब्त किया गया , जबकि 2017 में मुनिया प्रजाति समेत अन्य प्रजातियों के 361 पक्षियों को आज़ाद करवाया गया।  2018 में   उल्लू , मैना आदि की प्रजाति के 149 पक्षियों को बचाया गया जबकि 2019 में  काले सिर  वाली मुनिया समेत 352 पक्षी ,2020 में ब्रामिनी चील की प्रजाति समेत अन्य  प्रजातियों के 46 पक्षियों को छुड़वाया गया , एवं 2021 में अबतक 86 पक्षियों को इन लोगों के चंगुल से आज़ाद करवाया गया है।
समाजसेवी रंजन तोमर ने कहा है के इस प्रकार की जानकारी आम जनता के पास आने से उनके पास एक हथियार उपस्थित होगा जिसके माध्यम से गैरकानूनी रूप से पक्षियों का व्यापार करने वालों पर नकेल कसा जा सकेगा , अब वह आसानी से वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो को इसकी जानकारी देकर इन पक्षियों को बचा पाएंगे।  ब्यूरो को उनके दिल्ली के नंबर 011 261 82484 पर जानकारी दी जा सकती है।

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