पीस पार्टी ने उत्तर प्रदेश में सभी मुस्लिम राजनीतिक दलों को किया एकजुट

लखनऊ:  यूपी में विधान सभा चुनाव होने  वाले है। इसी वजह से राजनीतिक दल  अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।मुस्लिम राजनीति को लेकर सभी दल हमेशा कई रणनीतियों पर काम करते हैं। सेक्यूलरिज्म के नाम पर मुसलमानों को इकठ्ठा करके उन्हें वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है।दूसरी तरफ मुसलमानों के बीच इत्तेहाद को लेकर भी हर बार कोशिशें होती रही है।

इसी क्रम में सामाजिक चिंतक व किसान मजदूरों के हित में हमेशा आवाज बुलंद करने वाले इस्माइल बाटलीवाला काफी समय से उत्तर प्रदेश में मुस्लिम कयादत की राजनीतिक पार्टियों को एक मंच पर लाने के लिए सघंर्ष कर रहे है।जिसके लिए उन्होंने नौ मुस्लिम राजनीतिक दलों का एक फ्रंट बनाया है, जिसका नाम “इत्तेहाद फ्रंट” रखा गया है।इस्माइल बाटलीवाला का कहना है कि मुस्लिम राजनीतिक दलों को एक साथ लाने का मकसद उत्तर प्रदेश में मुस्लिमों,पिछड़ों और दलितों को लाभ पहुचाना है।
फ्रंट में सबसे बड़े दल पीस पार्टी को अहम जिम्मेवारी ना मिलने पर पीस पार्टी नाराज थी लेकिन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुर्जर ने अहम भूमिका निभा कर सभी मतभेदों को दूर कर दिया है।राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल,मुस्लिम लीग सहित लगभग सभी दलों से हमारी बात हो गयी है।लेकिन ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी अभी हमारी बातों से सहमत नही है।उन्हें मनाने के लिए हम जल्द एक धरना उनके लखनऊ स्थित कार्यलय पर देंगें।हमारी मांग है कि सभी मुस्लिम राजनीतिक दल एक साथ होकर उत्तर प्रदेश का चुनाव लड़े।

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