मनोवैज्ञानिक एवं अध्यात्मिक क्षमता को विकसित करने में योग महत्वपूर्ण

पटना: टी.पी.एस. काॅलेज के वाॅटनी विभाग की ओर से सातवें अन्तराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का अयोजन किया गया। कार्यक्रम के प्रथम सत्र में एन.सी.सी. के कैडटों, महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं द्वारा योगाभ्यास किया गया। आयोजन के दूसरे सत्र में योग एवं इम्युनिटी विषय पर एक दिवसीय बेवीनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया और बताया कि  स्वस्थ्य रहने के लिए प्रतिदिन योगाभ्यास जरूरी है।

इस बेवीनार के मुख्य अतिथि सह् मुख्य वक्ता डाॅ. प्रभाकर देवराज, चर्चित योगाचार्य, निदेशक योग केन्द्र पटना विश्वविद्यालय एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी रहे है। विश्वविद्यलायों में योग शिक्षा पाठयक्रम लागू होने में इनका अहम योगदान रहा है। इन्होंने बेवीनार के थीम Yoga and immunity विषय पर चर्चा करते हुए बताया कि योग केवल आसन एवं प्रणायाम तक ही सीमित नहीं है इसके कई अन्य पहलु भी है। इन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि योग  शारीरिक, मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक उन्नयन का आधार है। अब चिकित्सा विज्ञान भी योग साधना के महत्व की बातें कर रहा है। डाॅ. देवराज ने रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाये और वर्तमान में इसका महत्व पर भी जोर देते हुए बताया कि शारीरिक, मनोवैज्ञानिक एवं अध्यात्मिक क्षमता को विकसित करने में योग की महत्वपूर्ण भूमिका है ।
अध्यात्मिक  प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में  यम, नियम एवं प्रत्याहार की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस मौके पर बिहार दर्शन परिषद के महासचिव  प्रो. श्यामल किशोर ने कहा कि योग कोई धर्म नहीं है, यह तो  साइंस ऑफ बेलबींग है।यह सत्य है कि योग प्राचीन भारतीय दर्शन की अमूल्य देन है। हमारी हजारों साल पुरानी योग की विरासत को वैश्विक पहचान मिली है।आज योग स्वास्थ्य ,वैश्विक  शांति एवं सदभाव का प्रवेश द्वार बन चुका है। यह प्रसन्नता की बात है कि आज दुनिया भूगोल से विभाजित तथा योग द्वारा एकजुट है ।
मनोवैज्ञानिक प्रो. रूपम ने कहा कि हम शारीरिक एवं मानसिक रूप से तभी  स्वस्थ रह सकते हैं जब हमारा समाज स्वस्थ होगा। योग प्रशिक्षक जितेन्द्र कुमार ने भी बेवीनार को सम्बोधित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डाॅ. कृष्णनंदन प्रसाद ने किया।  अतिथियों एवं प्रतिभागियों का स्वागत विभागध्याक्ष डाॅ. शिवम यादव ने किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. विनय भूषण कुमार, जबकि धन्यवाद ज्ञापन डाॅ. अंजलि प्रसाद ने किया। इस बेवीनार में काॅलेज के वरीय शिक्षण प्रो. जावेद, प्रो. रिजवी, डाॅ. प्रशांत, डाॅ. नूतन, डाॅ. मुकूंद सहित सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भग लिया।

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