आईजीआईएमस में ओपेन हर्ट सर्जरी शुरू, लीवर ट्रासंप्लांट भी शीघ्र
Date posted: 7 दिसंबर 2018
पटना: स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शुक्रवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमस) में चार नई सेवाओं का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने ई एंड टी विभाग में गूंगे और बहरे बच्चों के लिए कोकलियर इंप्लांट सेंटर, कैंसर मरीजों की सेकाई के लिए कोबाल्ट मषीन एवं इलेक्ट्रिक सब स्टेषन एवं इंजीनियरिंग वर्क शाॅप सहित मेडिकल काॅलेज के नये भवन के दूसरे खंड कम्युनिटी मेडिसीन विभाग का उद्घाटन किया। इस अवसर पर आईजीआईएमस एन.आर. विष्वास भी मौजूद थे।
श्री पांडेय ने कहा कि राज्य सरकार जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने के लिए लगातार प्रयास और उसके लिए इंतेजामात कर रही है। सरकार नई तकनीक और नये उपकरण के जरिए राज्य की जनता का गंभीर से गंभीर और कठिन से कठिन इलाज करने की दिषा में आगे बढ़ रही है, ताकि लोगों को इलाज के लिए दूसरे राज्य नहीं जाना पड़े। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की सोच है कि राज्य की जनता को अपने राज्य में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा मिले। इसी कड़ी में आईजीआईएमस में विषेष तौर पर 4 तरह की सुविधाएं शुरू की गईं हैं। श्री पांडेय ने कहा कि अब गूंगा और बेहरा बच्चा भी कोकलियर इंप्लांट के जरिए बोलेगा और सुनेगा। इससे बच्चे को नया जीवन मिलेगा। इसके लिए सरकार ढाई लाख तक की आय वाले परिवार को 5 लाख की सहायत राषि प्रदान करेगी, जिसमें इलाज के बाद तीन साल की ट्रेनिंग भी शामिल होगा। वहीं कोबाल्ट मषीन के रेनोवेषन हो जाने से एक दिन में एक सौ से अधिक मरीजों की सेकाई संभव है।
श्री पांडेय ने कहा कि पुराना मेडिकल काॅलेज भवन जल्द ही नये भवन में षिफ्ट हो जाएगा। मेडिकल काॅलेज का दूसरा भाग कम्युनिटी मेडिसीन विभाग आज से काम करने लगेगा। पुराने भवन में आतंरिक पैसे खर्च करके 360 बेड का हास्पीटल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आईजीआईएमस 2600 बेडों वाला अस्पताल होगा। अभ्ी 860 बेड हैं, लेकिन 500 बेड के लिए टेंडर हो चुका है और 1200 बेड के लिए डीपीआर बनाने का काम किया जा रहा है। श्री पांडेय ने कहा कि लंबे अरसे के इंतजार के बाद आईजीआईएमस में ओपेन हर्ट सर्जरी का काम 6-7 दिन पहले शुरू हो गया है। यह बिहार का पहला सरकारी अस्पताल है, जहां बाइपास सर्जरी हो रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि जल्द ही हर्ट ट्रांसप्लांट का काम शुरू किया जाएगा। इसके लिए कार्डियोलाॅजी विभाग काम कर रहा है। इसके अलावा आने वाले समय में आईजीआईएमस में लीवर ट्रासंप्लांट भी किया जाएगा। इसके लिए चिकित्सकों के एक दल का प्रषिक्षण दिल्ली एम्स में एक राउंड पूरा हो चुका है। दूसरे राउंड का प्रषिक्षण चल रहा है।
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